गोरखपुर। कांग्रेस ने महराजगंज संसदीय सीट पर फरेन्दा के विधायक वीरेन्द्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने आज रात उम्मीदवारों की आठवीं सूची में उत्तर प्रदेश के चार लोक सभा क्षेत्रों के प्रत्याशी घोषित किए। गाजियाबाद से डाॅली शर्मा, बुलंदशहर से शिवराम वाल्मीकि, सीतापुर से नकुल दुबे और महराजगंज से वीरेन्द्र चौधरी को प्रत्याशी घोषित किया गया है।
कांग्रेस को गठबंधन में उत्तर प्रदेश में 17 सीटें मिली हैं। गोरखपुर-बस्ती मंडल में उसे देवरिया, बांसगांव और महराजगंज सीट मिली है। कांग्रेस ने इन तीनों स्थान पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। देवरिया से रूद्रपुर से विधायक रह चुके अखिलेश प्रताप सिंह और बांसगांव से बसपा से आए पूर्व मंत्री सदल प्रसाद को प्रत्याशी बनाया गया है।
महराजगंज लोकसभा से प्रत्याशी बनाए गए वीरेन्द्र चौधरी वर्तमान में महराजगंज जिले के फरेंदा से कांग्रेस के विधायक हैं। दो वर्ष पहले हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने कड़े मुकाबले मेे भाजपा प्रत्याशी एवं सीटिंग विधायक बजरंग बहादुर सिंह को 1246 मतों से पराजित किया था। उन्हें 85181 मत मिले थे जबकि उनके प्रति़द्वंदी बजरंग बहादुर सिंह को 83935 मत मिले थे।
इसके पहले 2017 के चुनाव में इन्हीं दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था जिसमें वीरेन्द्र चौधरी 2354 मत से बजरंग बहादुर सिंह से हार गए थे।
वीरेन्द्र चौधरी का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी से होगा। पंकज चौधरी महराजगंज से छह बार सांसद रह चुके हैं। वे केवल 1999 और 2008 में चुनाव हारे थे। महराजगंज में कुर्मी मतदाता अच्छी-खासी संख्या में हैं। इसी को मद्देनजर कांग्रेस ने भी कुर्मी बिरादरी से आने वाले वीरेन्द्र चौधरी पर दांव लगाया है।
कांग्रेस से महराजगंज में टिकट के कई दावेदार था। कुछ समय महले बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी के बेटे पूर्व विधायक अमन मणि त्रिपाठी कांग्रेस में शामिल हुए थे। कयास लगाया जा रहा था कि अमन मणि या उनके परिवार का कोई सदस्य कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकता है। बीच में गोरखपुर के कद्दावार निषाद नेता रामभुआल निषाद के भी कांग्रेस से चुनाव लड़ने की चर्चा थी लेकिन आखिरकार कांग्रेस ने आयातित नेताओं के मुकाबले अपने विधायक पर भरोसा जताया।
अब सबकी नजर बसपा प्रत्याशी पर लगी है। बसपा ने अभी यहां से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। यह भी चर्चा है कि कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बावजूद अमरमणि त्रिपाठी परिवार से कोई न कोई चुनाव जरूर लड़ेगा। ऐसा होता है तो महराजगंज का चुनाव दिलचस्प हो जाएगा।