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मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं स्ववित्तपोषित बीएड शिक्षक, कहा -नाइंसाफी का प्रतिकार करेंगे

गोरखपुर। स्ववित्तपोषित बीएड. शिक्षक संघ की बैठक 10 मार्च को अपरान्ह एक बजे पंत पार्क में हुई। बैठक में स्ववित्तपोषित महाविद्यालय में कार्यरत बी. एड्. शिक्षकों ने बीएड प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के  29 फरवरी से चल रहे मूल्यांकन के बहिष्कार के संबंध में सभी शिक्षकों की एकजुटता का पर आभार प्रकट किया गया। साथ ही आह्वान किया गया कि भविष्य में स्ववित्तपोषित बीएड शिक्षकों के साथ किसी भी तरह की कोई नाइंसाफी विश्वविद्यालय प्रशासन अगर पुनः दोहराता है तो हम एकजुट रहते हुए प्रतिकार के लिए तत्पर रहेंगे।

बैठक का संचालन डॉक्टर इतेंद्र धर दूबे ने किया। डॉक्टर दूबे ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक विभागाध्यक्ष शिक्षाशास्त्र द्वारा आंतरिक परीक्षक बनाए जाने के साथ ही वाह्य परीक्षक नियुक्त नहीं कर दिया जाता तब तक हम बहिष्कार की एकजुटता को इसी तरह कायम रखेंगे।

वरिष्ठ शिक्षक डॉक्टर राजेंद्र दूबे ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की हठधर्मी नहीं चलने दी जाएगी। हमारा विरोध लोकतांत्रिक तरीके से जारी रहेगा।

सभा को संबोधित कर रहे डॉक्टर चमन राय ने कहा कि विभाग के वरिष्ठ आचार्यो के दबाव में विभागाध्यक्ष शिक्षाशास्त्र ने अध्यादेश का घोर उल्लंघन करते हुए वाह्य परीक्षक न बनाए जाने का जो कृत्य किया है, वह अक्षम्य है।

देवरिया जनपद का प्रतिनिधित्व करते हुए डॉक्टर अमित कुमार राय ने कहा कि नियम परिनियम के तहत परिभाषित शिक्षक होने के बावजूद भी हमारे साथ दोहरा बर्ताव किया जा रहा है वह न्याय संगत नहीं है।

कुशीनगर जिले से आए हुए डॉक्टर धीरेंद्र कुमार राय ने कहा कि पाठ्यक्रम समिति अध्यादेश से संचालित होती है न कि विभागाध्यक्ष की स्वेच्छाचारिता से।

बैठक के समापन में आदित्य नारायण क्षितिजेश ने सभी शिक्षकों का आभार ज्ञापित किया। बैठक में डॉ अभिनव द्विवेदी, डॉ विकास कुमार श्रीवास्तव, डॉ अजय सिंह, कौशल कुमार पाठक, उमेश चन्द्र शुक्ल, डॉ उमेश मिश्रा, डॉ  जितेन्द्र कुमार पाल, डॉ सत्येन्द्र कुमार श्रीवास्तव, डॉ  सुनील केशरवानी आदि उपस्थित रहे।