लोकसभा चुनाव 2024

भाजपा ने देवरिया से पूर्व सांसद श्रीप्रकाश मणि के बेटे शशांक मणि त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया

देवरिया। काफी कश्मकश के बाद आखिरकार भाजपा ने देवरिया से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। भाजपा ने दो बार सांसद रहे श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे शशांक मणि त्रिपाठी को यहां का उम्मीदवार बनाया है।

शशांक मणि त्रिपाठी आईआईटी दिल्ली से पढने के बाद कई बड़ी कम्पनियों में काम किया जिसमें वैश्विक तेल कम्पनी  श्लम्बरगर भी एक भी था। बाद में उन्होंने देवरिया में अपनी संस्था जागृति के जरिए सामाजिक कार्य शुरू किया। जाॅब करते हुए ही उन्होंने युवाओं को असली भारत से परिचय कराने ओर अनसुने नायकों से मिलाने के लिए जागृति ट्रेन यात्रा शुरू की। यह यात्रा 1997 में शुरू हुई थी जो आज भी जारी है। उन्होेंने महिलाओं के डिजिटिल साक्षरता के साथ-साथ उद्यमतिा को प्रोत्साहन देने के लिए भी काम किया। उन्होंने तीन किताबें-भारत एक स्वर्णिम यात्रा, इंडिया-ए जर्नी थ्रू हीलिंग सिविलाइजेशन, मिडिल आफ डायमंड इंडिया लिखी है।

शशांक मणि त्रिपाठी के दादा सुरति नारायण मणि त्रिपाठी गोरखपुर के पहले डीएम रहे और गोरखपुर विश्वविद्यालय के स्थापना के लिए बनी समिति के कोषाध्यक्ष रहे। शशांक मणि त्रिपाठी के पिता लेफ्टिनेंट जनरल श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी आर्मी में रहे और रिटायर होने के बाद राजनीति में आए। वे 1996 में पहली बार देवरिया से भाजपा के टिकट पर 11 वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए। वर्ष 1998 का चुनाव वह हारे लेकिन 1999 में फिर जीत कर सांसद बने। बाद के दो लोकसभा चुनाव भी वह हारे।

देवरिया का प्रत्याशी चुनने में भाजपा को काफी वक्त लगा। भाजपा से टिकट के लिए कई दावेदार थे वर्तमान सांसद डाॅ रमापति राम त्रिपाठी के अलावा देवरिया के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी, सात वर्ष पहले सपा से भाजपा में आए पूर्व विधायक डाॅ पीके राय सहित कई नेता टिकट की दावेदारी कर रहे थे। आखिरकार भाजपा नेतृत्व ने वर्तमान सांसद का टिकट काटते हुए शशांक मणि त्रिपाठी को उम्मीदवार बना दिया।

भाजपा उम्मीदवार शशांक मणि त्रिपाठी का मुकाबला इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह से होगा। गठबंधन में देवरिया की सीट कांग्रेस के खाते में आयी है।

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