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बाराबंकी शराबकांड के पीडितों को 10 लाख का मुआवजा दे सरकार- अजय कुमार ‘लल्लू’

बाराबंकी, 15 जनवरी। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार ‘लल्लू’ ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में कच्ची शराब माफियाओं और सरकार एक दूसरे का पालन पोषण कर रहे हैं, इसलिए बांराबकी और आजमगढ़ की घटनाएं हो रही है, जो सरकारी कामकाज पर कलंक है। बाराबंकी में कच्ची शराब कांड से मरने वालों की संख्या 14 हो गयी और सरकार ने अभी तक कोई मुआवजा न गरीब परिवारों को मुहैया नहीं कराया। सरकार इस घटना में मृतक और पीडितों के आश्रितों को 10 दस लाख रूपये का मुआवजा प्रदान करे।

कच्ची शराब पीने से मरे लोगों के परिजनों से मिलने के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि आजमगढ़ जिले में कच्ची शराब से हुई 28 मौतों के बाद विधानसभा सत्र के दौरान ही प्रदेश में कच्ची शराब माफियाओं के मुद्दे को उठाया गया था. इसके बाद भी कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया। यदि थोड़ी भी संवेदना इस तरह की घटनाओं के प्रति सरकार ने दिखाई होती तो बारांबकी की घटना नही होती।

उन्होनें बाराबंकी के जिलाधिकारी द्वारा मौतों को ठंड से बताने को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक पर लापरवाही के लिए एफ.आई.आर. दर्ज कर कार्यवाही होनी चाहिए। इस मामले पर कांग्रेस पार्टी बहुत ही गंभीर है और आगामी विधानसभा सत्र के दौरान मामले का उठाया जायेगा। ज्

श्री लल्लू ने कहा कि बाराबंकी जिले के देवा और रामनगर क्षेत्र में 14 गरीबों ने कच्ची शराब के सेवन के कारण दम तोड़ा है।  वह देवा नगरपंचायत के मृत संजय कश्यप और मुन्ना बाल्मिकी तथा जसनवारा गांव के मृतक माता प्रसाद के घर गए और शोक संवेदना व्यक्त की. मृतक संजय कश्यप (32 वर्ष) की माॅं ने बताया कि प्रशासन के लोग जल्दी-जल्दी दबाव बनाकर बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार करा दिये। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा, शहर अध्यक्ष जनाब इरफान भाई, लोक सभा बाराबंकी युका के अध्यक्ष श्री अजय रावत, विधानसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष जनाब सिकंदर अब्बास रिजवी, ब्लाक अध्यक्ष लल्लन वारसी और रामानुज यादव, सहजादे आलम इत्यादि प्रमुख कांग्रेसीजन शामिल थे।

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