गोरखपुर. सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक रूप से पिछड़ा मछुआ समुदाय को विकास की मुख्य धारा में लाने और संवैधानिक आरक्षण मझवार अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने की मांग को लेकर निषाद पार्टी 7 मार्च को भगवानपुर खास (स्पोर्ट्स कालेज) के पास हल्ला बोल रैली करेगी.
यह निर्णय 26 फ़रवरी को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया. बैठक में कहा गया कि निषाद पार्टी के आन्दोलन के कारण उ. प्र. सरकार द्वारा 21-12-2016 को मझवार अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने का शासनादेश जारी है, जो सभी जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों के यहॉ पड़ा है लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद मझवार अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है। यह रैली सरकार को अपनी संख्याबल एवं शक्ति का एहसास कराने के लिए की जा रही है.
बैठक में डॉ संजय कुमार निषाद ने कहा कि “गरीबी एक बीमारी है और आरक्षण उसकी दवा है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के शासनादेश 21 व 22 -2016 एवं हाई कोर्ट के आदेश अनुपालन एवं कार्मिक अनुभाग-2 संख्या –4 (1) /2002 -31 दिसंबर 2016 अधिनियम संख्या- 4 -सन- 1994- की धारा-13 से पिछड़ी जाति की सूची से -केवट, मल्लाह, कश्यप, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिंद, भर, राजभर को निकाल दिया गया है. अब ओबीसी का प्रमाण पत्र जो भी बन रहा है वह संवैधानिक रूप से फर्जी है. सरकार पिछड़े वर्गों में बंटवारे के नाम पर गुमराह कर रही है, जिसको लेकर मछुआ विशाल (हल्ला बोल) मछुआ एससी आरक्षण रैली आयोजित की जा रही है.