गोरखपुर. लाकडाउन के बीच गोरखपुर से 50 से अधिक मजदूर दो दिन पहले रेल पटरी से होते हुए बिहार के कटिहार जिले के लिए चल दिए. इन मजदूरों को चौरीचौरा रेलवे स्टेशन के पास दो अप्रैल को देखा गया. एसडीएम के प्रयास से इन्हें भोजन कराया गया और उन्हें चौरीचौरा में रूकने को कहा गया लेकिन ये मजदूर कटिहार के लिए चल दिए.
ये सभी मजदूर कटिहार जिले के थाना कोडाहा के गेडावारी गांव के रहने वाले थे. ये गोरखपुर में मजदूरी करने आए थे. काम बंद हो जाने से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया. ठेकेदार न उनके भोजन और रहने की व्यवस्था नही की जिसके कारण वह घर जाने के लिए निकल गए. सड़क मार्ग से यातायात का कोई साधन नहीं मिलने पर ये भी मजदूर गोरखपुर से रेल पटरी होते हुए कटिहार के लिए रवाना हो गए. पैदल चलते-चलते वे जब शाम को चौरीचौरा स्टेशन पर पहुंचे तो उन्हें देख किसी ने इसकी सूचना एसडीएम को दे दी. एसडीएम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और मजदूरो से बातचीत कर उनको भोजन दिलवाया. उन्होंने मजदूरों को लाकडाउन तक भोजन और ठहरने आदि व्यवस्था कराने को कहा लेकिन मजदूर अपने घर जाने के लिए साघन मुहैया कराने का अनुरोध कर रहे थे.
मजदूर शिवकुमार, श्रीलाल, विकास, शिशुपाल, राजा देवी, राजकुमार, अनूपलाल ने बताया कि भवन निर्माण का बंद होने के बाद ठेकेदार उनको ठीक से खाने पीने का समान नही उपलब्ध करा रहा था जिसके कारण गोरखपुर से कहिहार की करीब सात सौ किलो मीटर दूर परिवार के साथ रेलवे लाइन पकड कर घर जाने के निकल पडे. मजदूर रात को स्टेशन पर रूके रहे और फिर तीन अप्रैल की सुबह अपने जिले के लिए रवाना हो गए.