गोरखपुर। कोरोना महामारी का बड़ा असर मुकद्दस सफ़र-ए-हज 2021 पर दिख रहा है। गोरखपुर से महज 91 लोगों ने सफ़र-ए-हज के लिए आवेदन किया है। वहीं देवरिया से 37, कुशीनगर से 33, महराजगंज से 45, बस्ती से 40, संतकबीरनगर से 105, सिद्धार्थनगर से 121 लोगों ने आवेदन किया है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात जिलों से महज 472 लोगों ने ही आवेदन किया है। सबसे अधिक आवेदन सिद्धार्थनगर से व सबसे कम कुशीनगर से हुआ है।
वर्ष 2019 में गोरखपुर-बस्ती मंडल से करीब 1909 आवेदकों का चयन सफ़र-ए-हज के लिए हुआ था। वहीं गोरखपुर से करीब 417 लोग हज यात्रा पर गए थे। गोरखपुर से वर्ष 2018 में करीब 339, वर्ष 2017 में करीब 286 व वर्ष 2016 में करीब 230 आवेदक सामान्य कोटे से सफ़र-ए-हज पर गए थे।
इस बार प्रदेश के सभी जिलों से आवेदन 70 से 80 फीसद तक कम हुए हैं। इस बार महज 20 फीसद लोगों ने ही मुकद्दस सफ़र-ए-हज पर जाने के लिए आवेदन किया है। अबकी हज का सफ़र काफी महंगा हो गया है। वहीं बच्चों व बुजुर्गों पर पाबंदी की वजह से आवेदन में भारी गिरावट आई है।
पहले कोरोना की वजह से वर्ष 2020 का सफ़र-ए-हज स्थगित हुआ। सख्त शर्तों के बाद हज 2021 की घोषणा की गई। इसके लिए कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से हमेशा की तरह ऑनलाइन आवेदन मांगे गए। रविवार को हज-2021 ऑनलाइन आवेदन के लिए आखिरी दिन था।
कोरोना की वजह से वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2021 में हज आवेदन 80 फीसद से कम हो गए हैं। वर्ष 2020 में सफ़र-ए- हज नहीं हुआ। वर्ष 2019 में उप्र से 34379 लोगों ने सफ़र-ए-हज के लिए आवेदन किया था। वहीं वर्ष 2021 में प्रदेश से करीब 6235 ऑनलाइन आवेदन सफ़र-ए-हज के लिए किए गए हैं। यह सफ़र-ए-हज के अभी तक के सबसे कम आंकड़े हैं जबकि एक बार हज आवेदन की तिथि हज कमेटी ऑफ इंडिया की तरफ से बढ़ाई जा चुकी थी। आवेदन तिथि बढ़ने के बावजूद भी लोगों ने कोरोना महामारी व सख्त शर्तों की वजह से आवेदन नहीं किया।