कुशीनगर। पिछले 13 वर्षों से बंद लक्ष्मीगंज चीनी मिल को चलवाने के लिये भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन के आज 40 दिन पूरे हो गए। इस मुद्दे पर अभी तक सरकार और प्रशासन द्वारा आंदोलनकारी किसानों को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया है।
भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने आज धरने को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आ गया है तो शिलान्यास के कार्यक्रमों की झड़ी लग गई है। परियोजनाओं का शिलान्यास चुनाव जीतने के लिए किया जा रहा है। परियोजनाओं को असली जामा पहनाना इनका मकसद नही। इनका मुख्य टारगेट है चुनाव को कैसे अपने पक्ष में करें। उन्होंने कहा कि बीते पाँच वर्षों में इस प्रदेश का किसान, बेरोजगार नौजवान, डॉक्टर, अध्यापक, आशाकर्मी के साथ अन्य विभाग के कर्मचारी जब-जब अपने जायज हक की माँग किया है तब-तब उनके ऊपर इस सरकार द्वारा अत्याचार किया गया। हम लोग लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिये 40 दिन से धरना-प्रदर्शन कर रहे है लेकिन सूबे की सरकार ने अभी तक मिल चलवाने की घोषणा नहीं की। यदि चुनाव से पहले सरकार बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिये घोषणा करके मिल में कार्य नही शुरू कराती है तो आप लोग भी अपने वोट का सदुपयोग करके भाजपा को सत्ता से बाहर जाने का रास्ता दिखाए तभी इनको समझ में आएगा।
इस मौके पर साथी चेतई प्रसाद, हरी भाई, काशीनाथ मिश्रा, सुरेश सिंह, चांदबली, रामऔतार, सत्यनारायण, रामबृक्ष, जगदीश, मुरारी, श्रीकान्त, रामनरेश, बेचू, श्याम लाल, छेदी, हरी यादव, रमाकान्त गुप्ता, कोदई, मैना देवी, लाल बच्ची देवी, रीता देवी, बादामी देवी, बिन्दु देवी, मुन्नू मौर्या, राधेश्याम, मनीष मौर्या, रामशीष, रामप्यारे, नासूर अली के साथ साथ अन्य किसान मौजूद रहे।