गोरखपुर। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने आज गोरखपुर से अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया। गोरखपुर प्रेस क्लब में आज एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला और कहा कि गोरखपुर में लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है। यहाँ विकास के नाम पर छल किया गया है। यहाँ हिटलरशाही चल रही है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को यूपी के विजन को लेकर आमने -सामने बहस की चुनौती भी दी।
चन्द्रशेखर आजाद रविवार को गोरखपुर पहुंचे। उन्होंने अम्बेडकर चौक पर बाबा साहेब डाॅ भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आज सुबह वे शिपपुर शहबाजगंज जाकर प्रियंका भारती के परिजनों से भी मिले। गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा प्रियंका भारती की 31 जुलाई को विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग में मौत हो गई थी। परिजन उसकी मौत को हत्या बता रहे हैं जबकि पुलिस का कहना है कि उसने आत्महत्या की थी।
पत्रकार वार्ता में चन्द्रशेखर आजाद ने प्रियंका भारती के मौत के मामले को उठाते हुए कहा कि इस मामले में हत्या का केस दर्ज हुआ था लेकिन आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई क्योंकि वे मुख्यमंत्री के नजदीकी हैं। इस मामले में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। प्रियंका का परिवार न्याय के लिए मुख्यमंत्री से मिलने गया लेकिन वे नहीं मिले। पीड़ित परिवार को आज तक मुआवजा भी नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्ष में प्रदेश में 123 लोगों पर रासुका लगा जिसमें वह भी एक हैं। इसमें 102 मामले हाईकोर्ट से खारिज हो गए। गोरखपुर के 15 लोगों पर रासुका लगा। जिसने में आवाज उठायी उसका दमन किया गया। बीआरडी मेडिकल कालेज में बच्चों की जान बचाने वाले डाॅ कफील खान को प्रताड़ित किया गया, उन्हें जेल भेजा गया, रासुका लगाया गया। उनकी 70 वर्षीय मां को भी प्रताडित किया जा रहा है। गोरखपुर घूमने आए कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता की पुलिस वालों ने होटल में हत्या कर दी। अभी दो किशोरों की हत्या का मामला सामने आया है जिसमे 18 दिन बाद शव बरामद हुआ है। पुलिस के खुलासे से परिजन संतुष्ट नहीं हैं और वे न्याय की मांग कर रहे हैं। वे उनसे मिलेंगे।
भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर ने गोरखपुर विश्वविद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर मुख्यमंत्री के जाति के लोगों की सबसे अधिक नियुक्ति हुई है। उन्होंने कहा कि पिछड़े समाज के प्रोफेसर कमलेश कुमार गुप्त को निलम्बित कर दिया गया कि ताकि वे अपने विभाग के अध्यक्ष न बन सकें। वे आंदोलन कर रहे हैं जिसका मैं समर्थन करता हूं।
इन घटनाओं के हवाले से चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि गोरखपुर में लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है। जो सच कहने की हिम्मत करता है, उसे प्रताड़ित किया जाता है। विकास के नाम पर छल किया गया है। यहा पर हिटलरशाही चल रही है। उन्होंने प्रियंका भारती के घर के पास टूटी सड़कों के वीडियो को दिखाते हुए कहा कि गोरखपुर चार महीने पानी में डूबा रहता है। लोग नाव से आने-जाने को मजबूर हैं। ऐसा उल्टा विकास हुआ है कि एम्स के मरीज बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यदि दलित हितैषी होने का दावा करते हैं तो वे दलितों के प्रमोशन में आरक्षण के मुद्दे पर चुप क्यों हैं ? उनके राज में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण घोटाला कैसे हुआ ?
उन्होंने कहा कि मै अब गरीबों, नौजवानों, दलितों-शोषितों की लड़ाई लड़ने आ गया हूं। मै योगी आदित्यनाथ को विधानसभा में जाने से रोकने का काम करूंगा। यहां पर फिर से 1971 का इतिहास दुहराया जाएगा जब मुख्यमंत्री चुनाव हार गए थे। वर्ष 2018 के उपचुनाव में भी मुख्यमंत्री के गढ़ में भाजपा प्रत्याशी की हार हुई थी। मेरे पक्ष में उसी तरह की सामाजिक एकता बनेगी। उन्होंने यह भी कि चुनाव का परिणाम कुछ भी हो वे अब गोरखपुर को छोड़ने वाले नहीं हैं, यही टिककर रहेंगे।
उन्होंने गोरखपुर में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार को लेकर खुलासे का संकेत देते हुए कहा कि मोहद्दीपुर-जंगल कौड़िया तक सड़क को चौड़ी करने और मुआवजा लेने के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। इस तरह के खुलासे वे आने वाले दिनों में करेंगे।
दलितों की स्वतंत्र लीडरशिप नहीं चाहते हैं अखिलेश यादव
चन्द्रशेखर आजाद ने पत्रकार वार्ता में समाजवादी पार्टी और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि वे 25 सीट की मांग कर रहे थे। वे सपा से इसलिए गठबंधन चाहते थे कि ताकि यूपी में भाजपा को फिर से सत्ता में आने से रोका जाए। वे व्यक्तिगत रूप से अखिलेश यादव का सम्मान करते हैं लेकिन उनसे विचारधारा का संघर्ष है। वे दलितों का वोट तो चाहते हैं लेकिन दलितों के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने प्रमोशन में आरक्षण लागू नहीं होने दिया। वे पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की बात कर रहे हैं लेकिन उन्हें बताना चाहिए कि अपनी सरकार में उन्होंने इसे क्यों नहीं लागू किया ? चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि अखिलेश यादव दलितों की स्वतंत्र लीडरशिप नहीं चाहते हैं। यदि प्रदेश में भाजपा दुबारा सत्ता मेे आती है तो उसके लिए सिर्फ और सिर्फ अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे।
दलित छात्रा की मौत के मामले में आवाज उठाने पर आरएमडी अग्रवाल का टिकट कटा
आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष ने पत्रकार वार्ता में गोरखुपर नगर के विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल और वरिष्ठ नेता स्व उपेन्द्र दत्त शुक्ल के साथ अन्याय होने की बात कही। उन्होंने कहा कि डाॅ अग्रवाल ने शहर को डूब क्षेत्र बनाने का विरोध किया और दलित छात्रा प्रियंका भारती की मौत के मामले में परिजनों को न्याय दिलाने की कोशिश की तो उनका टिकट काटकर उनकी राजनीति को खत्म करने का प्रयास किया गया। इसी तरह वरिष्ठ भाजपा नेता उपेन्द्र दत्त शुक्ल और उनके परिवार के साथ अन्याय किया गया।