बस्ती। मजदूरों के लोकप्रिय नेता रहे कामरेड राज नारायण मिश्र की पुण्यतिथि पर प्रेस क्लब बस्ती में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी में ‘ मजदूर आंदोलन की दशा एवं दिशा ‘ पर चर्चा हुई।
कार्यक्रम में सबसे पहले कामरेड राज नारायण मिश्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित कर लोगों ने श्रद्धांजलि दिया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए केडीसी के पूर्व प्राचार्य डॉ रघुवंश मणि ने कामरेड राजनारायण मिश्र को लोक प्रिय व्यक्तित्व के धनी बताते हुए बताया कि उन्होंने अपना जीवन को गरीबों, मजदूरों के लिए समर्पित कर दिया था। वे देश- प्रदेश के गरीबों के अधिकारों की लड़ाई की योजना व संघर्षों में हमेशा तत्पर रहते थे।
सीपीएम नेता कामरेड केके तिवारी ने कहा कि कामरेड राजनारायण भूमिगत आंदोलनों से लेकर संसदीय राजनीति में कुशल योद्धा थे।
वामपंथी नेता राम प्रसाद आर्य ने कहा कि राजनारायण मिश्र के द्वारा जलाया गया मशाल कभी बुझने नहीं दिया जाएगा।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड अशर्फीलाल गुप्ता ने कहा कि राज नारायण मिश्र मजदूरों के लिए हमेशा लड़ने वाले नेता थे। भाकपा माले नेता कामरेड रामलौट ने कहा कि राजनारायण मिश्र हमारे राजनीतिक गुरु थे।
संगोष्ठी का संचालन प्रगतिशील नागरिक मंच के जानकी प्रसाद राव ने किया। संगोष्ठी को पूर्व सभासद पंडित सदानंद , अमित कुमार मिश्र, रामगढ़ी चौधरी, किसान यूनियन के प्रदेश नेता दीवान चंद पटेल आदि लोगों ने संबोधित किया।
अध्यक्षता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष केके मिश्र ने की। संगोष्ठी के अंत में दो मिनट का मौन रखकर राज नारायण मिश्र को श्रद्धांजलि दी गई। संगोष्ठी में आए सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए राज नारायण मिश्र के पुत्र स्वदेश कुमार मिश्र ने पिता की सोच के अनुरूप मजदूरों, किसानों की समस्याओं को लेकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।