गोरखपुर। कुलपति और कुलसचिव पर हमला करने के आरोपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों ने आरती उतार और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इसका वीडियो वायरल हुआ है।
इस वीडियो में गोरखपुर विश्वविद्यालय के दो महिला प्रोफेसर सुषमा पांडेय और उमा श्रीवास्तव अभाविप कार्यकर्ताओं की आरती उतारते हुए और फूल से स्वागत करते दिख रही हैं। ये वीडियो उस समय का है जब कुलपति व कुलसचिव पर हमले के आरोपी आठ कार्यकर्ता जेल से छूट कर अभाविप के गोरक्ष प्रांत कार्यालय पहुंचे। उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया। इस दौरान दोनों प्रोफसरों ने उनकी आरती उतार कर स्वागत किया। स्वागत करने वालीं दोनों प्रोफेसर अभाविप से जुड़ी हुई हैं और इनमें से एक प्रांतीय स्तर की पदाधिकारी हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने 21 जुलाई को विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो अजय सिंह को गिराकर पीटा था और कुलपति प्रो राजेश सिंह पर हाथ चलाते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की की थी। कुलपति कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और उनके कार पर गमला फेंका गया। कुलपति को बचाने का प्रयास कर रहे पुलिस कर्मियों के साथ भी कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर एबीवीपी के आठ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को छुड़ाने के लिए एबीवीपी कार्यक्रयाओं ने कैंट थाने के सामने सड़क को भी जाम किया जिसे पुलिस ने लाठी भाँज कर खत्म कराया।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में यह बवाल तब हुआ जब फीस वृद्धि सहित कई सवालों पर धरना-प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं से बातचीत किए बिना कुलपति प्रो राजेश सिंह अपने कार्यालय से निकल कर जाने लगे। पुलिस सुरक्षा में जा रहे प्रो सिंह पर अचानक एबीवीपी कार्यकर्ता हमलावर हो गए।
विश्वविद्यालय के प्राक्टर डाॅ सत्यपाल सिंह की तहरीर पर कैंट पुलिस ने विश्वविद्यालय के आठ छात्रों, एक ठेकेदार और 13 बाहरी लोगों के खिलाफ धारा एफआईआर दर्ज करायी थी। गिरफतार छात्र बाद में जमानत पर छूट गए।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने 21 जुलाई को घटना में 18 छात्रों को निष्काषित कर दिया है तथा 6 बाहरी व्यक्तियों पर कैंपस में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।
एक तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन मारपीट, बवाल के आरोपियों पर सख्त कार्यवाही कर रहा है वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों द्वारा आरोपियों का स्वागत करना कई सवाल खड़े कर रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना के दिन ही अपने लिखित बयान में इस घटना में कुछ शिक्षकों के संलिप्त होने तथा ब्लैकलिस्टेड किए गए कुछ ठेकेदारों द्वारा वित्तपोषित किए जाने की बात कही थी।
मारपीट व बवाल के आरोपियों का विश्वविद्यालय प्रोफेसरों द्वारा स्वागत किए जाने पर कांग्रेस नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि ‘ ये भाजपा-संघ से जुड़े एबीवीपी के होनहार प्रतापी छात्र है, जिन्होंने कुलपति,प्रॉक्टर,कुलसचिव की पिटाई की थी। इनका स्वागत एबीवीपी से जुड़ी गोरखपुर विश्वविद्यालय की सीनियर प्रोफेसर कर रही हैं। गांव गली से लेकर शैक्षणिक संस्थानों तक ऐसे ही नफरती पौध तैयार की जा रही है। जो काम पुष्प वर्षा से गदगद लोग धर्म के नाम पर कर रहे हैं कल ये छात्र भी उसके लिए ही तैयार किए जा रहे हैं। ‘
कांग्रेस की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने एक बयान में कहा कि ‘ जिन्होंने कुलपति और कुलसचिव पिटाई की थी और इन्हीं का स्वागत एबीवीपी से जुड़ी गोरखपुर विश्वविद्यालय की सीनियर प्रोफेसर कर रही है। इनको शर्म आना चाहिए। ये विद्या के मंदिर में जहर बो रही हैं। गांव गली से लेकर शैक्षिक संस्थानों तक ऐसी नफरत का पौधा तैयार किया जा रहा है। ‘