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आजादी के बाद दलित और मुस्लिम समाज की सबसे ज्यादा उपेक्षा हुई -डॉ0 अय्यूब अंसारी

गोरखपुर। अम्बेडकर जन मोर्चा व पीस पार्टी द्वारा संयुक्त रूप से पाँच अगस्त को चौरीचौरा में ‘ दलित मुस्लिम अधिकार सम्मेलन ‘ का आयोजन किया गया। सम्मेलन में दलित मुस्लिम पिछड़े समाज के हक की आवाज बुलन्द की गई।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ0 मोहम्मद अय्यूब अंसारी रहे जबकि सम्मेलन की अध्यक्षता अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला ने किया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये मुख्य अतिथि डॉ0 मोहम्मद अय्यूब अंसारी जी ने कहा कि आजादी के बाद दलित और मुस्लिम समाज की ही सबसे ज्यादा उपेक्षा हुई है। इन दोनो समाज के चंद लोग जो बाबा साहब के दिए संविधान के बदौलत अपनी मेहनत और लगन से कुछ मुकाम हासिल किए तो सभी को लगने लगा कि दलित समाज तो बहुत आगे हो गया। चिन्ताजनक तो यह है कि जिन चंद लोगो ने अपने जीवन स्तर को सुधारा हैं उन्हीं की दुहाई देकर आरक्षण को समाप्त करने की बात की जाती है जबकि यह सर्वविदित है कि आरक्षण भगीदारी से जुडी हुई व्यवस्था है। यह भागीदारी और अधिकर हमें हर क्षेत्रा में चाहिए।
उन्होंने कहा कि दलित-मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग के प्रत्येक परिवार के पास अनिवार्य रूप से एक एकड़ जमीन उसका अधिकार है। हमें न्यायपालिका , राज्य सभा व विधान परिषद , सभी प्रकार के ठेकों में , निजी क्षेत्र, कुलपतियों की नियुक्ति , सभी को समान शिक्षा एवं समान चिकित्सा का अधिकार चाहिए। मुस्लिम समाज की शिक्षा एवं रोजगार में भागीदारी का अधिकार भी चाहिए। इसके साथ ही मुस्लिम समाज के अधिकारों के लिए सच्चर कमेटी की संस्तुति एवं रंगनाथ मिश्र आयोग की रिपोर्ट लागू किया जाय।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये अम्बेडकर जनमोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला ने कहा कि यह अधिकार सम्मेलन की यह शुरूआत है। यह पहले पूर्वाचल के प्रत्येक जिले में और फिर प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में भी अम्बेडकर जन मोर्चा एवं पीस पार्टी मिलकर पूर्वांचल में लगभग सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हमारे साथ पिछड़े समाज के लिए काम कर रही कुछ अन्य पार्टियाँ भी शामिल होंगी।
श्री निराला आगे कहा कि मुस्लिम समाज में भी जातीय असमानता है। यही कारण रहा है कि मुस्लिम समाज का एक बड़ा वर्ग अपने हक और अधिकार से वंचित रहा है और बेहद तंगी का जीवन यापन करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि पिछड़े मुसलमानों के तरक्की और उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए सरकारों ने प्रयास करने का बस दिखावा किया है। यदि ईमानदारी से सच्चर कमेटी की संस्तुति और रंगनाथ मिश्र आयोग के सिफारिशों को लागू कर दिया जाय तो बहुत सी समस्याओं का समाधन हो जायेगा और पिछड़ा और दलित मुसलमान भी नई रोशनी में अपने को आगे ला सकेगा। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता और  सी0ए0ए0 की आड़ में मुस्लिम अधिकार को छीना न जाये।
अम्बेडकर जनमोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष सीमा गौतम ने कहा कि अम्बेडकर जन मोर्चा का यह संकल्प है कि प्रत्येक दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक परिवार जो भूमिहीन हैं, निर्धन हैं को एक-एक एकड़ जमीन दिया जाये। यह जमीन कैसे दी जा सकती है इसकी पूरी रूप रेखा और योजना हमने सरकार को दे रखी है। सरकारें जो दलित पिछड़ा मुसलमानों के उन्नति की खोखली बातें करती हैं उन्हें बाबा साहब अम्बेडकर के जमीन सम्बन्धित विचारों से अवगत होते हुए उस पर कार्यवाही करनी चाहिए, जैसा कि तेलंगाना की सरकार ने प्रत्येक दलित और आदिवासी परिवार को तीन-तीन एकड़ जमीन दी है। जमीन के इस आन्दोलन को हम विगत डेढ़ वर्ष से लगातार चला रहे हैं और वह दिन दूर नहीं जब हम दलित, पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों को उनका अधिकार दिलाने में सपफल होंगे।
कार्यक्रम में अम्बेडकर जन मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश्वर निषाद ने कहा कि समाज में हर तरह की असमानता की गहरी खाई को जब तक पाटा नहीं जायेगा तब तक एक बेहतर समाज और राष्ट्र की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। इसीलिए अम्बेडकर जनमोर्चा और पीस पार्टी ने मिलकर दलितों और मुसलमानों के अधिकारों के लिए यह सम्मेलन कर रही है ताकि इस समाज में यह चेतना जागृत हो और जब समाज चेतनाशील हो जाता है तो बड़े से बड़े आन्दोलन सफल हो जाते हैं।
सम्मेलन का संचालन अम्बेडकर जन मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ऋषि कपूर आनन्द ने किया।  इस अवसर पर श्रवण शर्मा, एल0बी0 गौतम, अवधेश कुमार, आनन्द कुमार, रवि प्रकाश, लालजी प्रसाद, फेकू प्रसाद सरोज, श्याम सुन्दर, विनय कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, धर्मा देवी, सविता राजभर, रिंकी देवी, सीमा भारती, विनय कुमार, अभिषेक कुमार, देवेन्द्र कुमार, भोला नाथ, संजय कुमार गौड़, मो0 नईम खान, सैय्यद हसन, इबरार अहमद, विवेक मौर्या, राजबली चौधरी, रामसकल प्रसाद, गामा सोनकर, रत्नेस कुमार, अनुप कुमार, राजन राजभर, सत्य व्रत वर्मा, योगेन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे।

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