विज्ञान - टेक्नोलॉजी

विज्ञान प्रदर्शनी में दिखी छात्र-छात्राओं की प्रतिभा, मॉडल और गृह शिल्प ने प्रभावित किया 

महराजगंज। महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में आज विज्ञान प्रदर्शनी, गृह शिल्प कला प्रदर्शनी और व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत रामनाथ उमाशंकर इंटर कॉलेज फुलमनाहा लेहड़ा के प्रधानाचार्य तेज प्रताप सिंह, सर सैयद अहमद खान इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ओबैदुल्लाह खान, पंडित दिन दयाल राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज सहजनवा के प्रधानाचार्य श्यामबहादुर एवं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला संयोजक राम नारायण मिश्र द्वारा फीता काटकर किया गया।

अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रधानाचार्य डा राम अवतार ने कहा कि हमारे विद्यालय के विज्ञान प्रदर्शनी के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक आए हैं। उनसे हमें और आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। विज्ञान सीखने को लेकर नई दिशा मिलेगी।

कार्यक्रम में 22 विज्ञान के वर्किंग एंड नॉन वर्किंग मॉडल, परंपरागत दवाएं आदि प्रस्तुत किए गए। गृह शिल्प के तहत 24 गृह शिल्प कला प्रस्तुत किए गए। व्यवसायिक प्रशिक्षण के तहत चाट कटोरी, मोमोस, गुलाब जामुन और गाजर के हलवा के स्टॉल लगाए गए, जो अतिथियों द्वारा काफी सराहे गए।

विज्ञान प्रदर्शनी के तहत अनुनाद के मॉडल, परंपरागत बुखार उतारने की दवा, दात दर्द को दवा, गणित के विभिन्न फॉर्मूला को समझने के लिए पाइथागोरस प्रमेय जैसे मॉडल सम्मिलित थे। गृह विज्ञान में छात्राओं ने कट पीस से पावदान, गुलादस्ता , फ्रॉक का निर्माण किया था, इसके साथ आंवले, नींबू के विभिन्न प्रकार के अचार, मोरब्बा का बनाया था।

छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य तेज प्रताप सिंह ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी से छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ती है। प्रधानाचार्य ओबैदुल्लाह खान ने कहा कि विकास का रास्ता विज्ञान से होकर जाता है, इसलिए हमारे लिए विज्ञान सीखना अति आवश्यक है। प्रधानाचार्य श्याम बहादुर ने कहा कि विज्ञान हमें बताता है कि कहीं कोई जादू या चमत्कार नहीं होता, किसी भी अविष्कार को करने के लिए विज्ञान का रास्ता ही अपनाना पड़ता है। शिक्षक नागेंद्र चौरसिया ने कहा कि हमें पर्यावरण के संरक्षण हेतु अपने बर्थडे या एनिवर्सरी पर एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए, और आप मेरे घर कभी भी पौधा लेने जा सकते हैं, आप कहेंगे कि पेड़ लगाना है मेरे घर का कोई भी मेंबर आपको पौधा दे देगा।

राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला संयोजक राम नारायण मिश्र ने कहा कि हम अपने जीवन में विज्ञान से क्या लेते हैं इसे हमें ध्यान में रखना चाहिए, गृह शिल्प कला जिस तरह से प्रस्तुत की गई वो आज के बाजार व्यवस्था के तहत पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से बचा सकती है। गृह शिल्प की इन कला को स्टार्टअप के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता है।

व्यवसायिक शिक्षा से छात्र छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।  शिक्षिका कंचनलता सिंह, प्रीति शुक्ला, शिक्षक अनुज कुमार सिंह, विवेक यादव, जनार्दन यादव, राजेश सिंह, रामा यादव, ओपी चौधरी, राजीव कुमार, अशोक चौधरी, मंतोष कुमार, रामकेश यादव आदि शिक्षक विज्ञान एवं गृह विज्ञान के मॉडल के मूल्यांकन कर्ता की भूमिका में रहे।

विज्ञान प्रदर्शनी में कक्षा 12 के छात्र शशिकांत गुप्ता का मॉडल बिना इलेक्ट्रिसिटी के कैमरा प्रथम, कक्षा 9 के छात्र असरफ के मॉडल हाइड्रोपावर से बनाए गए लिफ्ट को द्वितीय, कक्षा 9 की छात्रा प्रिया साहनी के बुखार उतारने की दवा को तृतीय स्थान मिला। गृह शिल्प कला में कक्षा 10 की छात्रा पूजा यादव प्रथम, कक्षा 10 की छात्रा संजना द्वितीय, कक्षा 10 की छात्रा आरती तृतीय एवं इसी कक्षा की छात्रा आंचल अग्रहरि सांत्वना स्थान प्राप्त की। सभी विजेता छात्र छात्राओं को प्रधानाचार्य द्वारा कॉपी कलम दिया गया। सभी प्रतिभागी छात्र छात्राओं को विज्ञान शिक्षिका डॉ  विजयश्री मल्ल द्वारा डिक्शनरी एवं इंग्लिश ग्रामर की किताब उपहार स्वरूप दिया गया। सभी रंगोली प्रतिभागी एवं व्यवसायिक प्रतिभागी प्रधानाचार्य द्वारा को कॉपी कलम दिया गया।

सभी अतिथियों को प्रधानाचार्य डा राम अवतार द्वारा उपहार स्वरूप डायरी दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ विजयश्री मल्ल ने किया।

कार्यक्रम में शिक्षिका प्रेमलता, अभिलाषा आर्या, शिक्षक गोपाल कुमार, संजय पासवान, अजय मिश्र, सत्यप्रकाश, शिवेंद्र, रविशंकर, सुखपाल सिंह, आशीष, परशुराम चौरसिया अग्रणी भूमिका में रहे। कार्यक्रम में जीवन ज्योति कन्या इंटर कॉलेज मीरपुर के प्रधानाचार्य शब्बीर अहमद एवं प्रधानाचार्य सुहेल अहमद खान शामिल हुए। शिक्षक रमाशंकर चौरसिया, महेंद्र यादव, प्रकाश पांडेय, राकेश मौर्य, श्रीचंद यादव, डा दिवाकर सिंह, शाकुंत पांडेय, नरसिंह चौरसिया आदि शिक्षक सक्रिय भूमिका में रहे। कार्यक्रम में NCC कैडेट्स का सहयोग रहा, कार्यक्रम में महफूज, संगम, अजय, राजबहादुर, रामबेलास आदि कर्मचारी समेत सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।