साहित्य - संस्कृतिध्रुवदेव मिश्र पाषाण : सार्थक को सिरजने का सर्जकगोरखपुर न्यूज़ लाइनOctober 10, 2024October 10, 2024 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनOctober 10, 2024October 10, 20240184 कौशल किशोर आज हिंदी कविता के क्षेत्र में ऐसे कवियों की बड़ी और महत्वपूर्ण उपस्थिति है जो बढ़ती उम्र के बावजूद सृजनात्मक रूप से सक्रिय... Read more
समाचारविमल किशोर की कविताओं में स्त्री मुक्ति की आकांक्षा – उषा रायगोरखपुर न्यूज़ लाइनMarch 21, 2023 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनMarch 21, 2023085 लखनऊ। लखनऊ पुस्तक मेले में , 18 मार्च को विमल किशोर के कविता संग्रह ‘पंख खोलूं उड़ चलूं’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन... Read more
साहित्य - संस्कृतिसत्ता की प्रशस्ति कविता नहीं हो सकती -अशोक चौधरीगोरखपुर न्यूज़ लाइनDecember 13, 2022 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनDecember 13, 2022075 देवरिया (उप्र)। ‘ सत्ता की प्रशस्ति कविता नहीं हो सकती है। कविता सत्ता की प्रतिपक्ष होती है,अगर कविता मनुष्य की पीड़ा के साथ नहीं खड़ी... Read more
साहित्य - संस्कृतिआग तो आग है बुझा दीजे, बुझते शोलों को हवा न दीजेअशोक चौधरीMarch 28, 2022March 28, 2022 by अशोक चौधरीMarch 28, 2022March 28, 2022069 गोरखपुर के प्रताप सभागार में सुभाष चौधरी के काव्य संग्रह मिलना आषाढ़ में का लोकार्पण हुआ गोरखपुर। शहर के प्रताप सभागार में 26 मार्च को... Read more
साहित्य - संस्कृतिदेवेन्द्र आर्य की दो कविताएं : ‘ भेड़िए अब खेतों में नहीं छिपा करते ’गोरखपुर न्यूज़ लाइनMay 26, 2019February 21, 2024 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनMay 26, 2019February 21, 2024065 (1) हांका हांका लगता रहा सारी-सारी रात जागते रहे लोग भेड़िया आया भेड़िया आया भेड़िया नहीं आया निराश हुई नयी पीढ़ी पहली बार देखती भेड़िए... Read more
साहित्य - संस्कृति‘ काव्य चातुर्य से बाहर निकलकर अपने समय के सच को साहस के साथ कहती हैं सदानन्द शाही की कविताएं ’गोरखपुर न्यूज़ लाइनDecember 20, 2018 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनDecember 20, 20180115 प्रेमचंद पार्क में प्रो सदानन्द शाही का कविता पाठ गोरखपुर। बीएचयू में हिन्दी के प्रोफेसर सदानन्द शाही का कविता पाठ और उस पर बातचीत का... Read more
साहित्य - संस्कृतिअबकी बार लौटा तो वृहत्तर लौटूँगागोरखपुर न्यूज़ लाइनNovember 21, 2017February 11, 2021 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनNovember 21, 2017February 11, 20210102 गीतेश सिंह 15 नवम्बर 2017 को लगभग नब्बे वर्ष की आयु में हिंदी के महान कवि कुँअर नारायण की सांसों ने उनका साथ छोड़ दिया... Read more
साहित्य - संस्कृतिपाँच दशकों में फैली सृजन यात्रा : “ वह औरत नहीं महानद थी ”गोरखपुर न्यूज़ लाइनNovember 16, 2017November 17, 2017 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनNovember 16, 2017November 17, 2017092 डॉ. संदीप कुमार सिंह कवि, समीक्षक,संस्कृतिकर्मी व पत्रकार कौशल किशोर का बोधि प्रकाशन जयपुर से प्रकाशित ” वह औरत नहीं महानद थी ” पहला काव्य... Read more
साहित्य - संस्कृति′′ कुछ तो किरदार नए मंच पर लाए जाएं और नाटक को सलीके से निभाया जाए ’’गोरखपुर न्यूज़ लाइनNovember 1, 2017November 1, 2017 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनNovember 1, 2017November 1, 2017099 हर दिल अजीज कवि वीरेन डंगवाल की स्मृति में जन संस्कृति मंच का सालाना काव्य-जलसा वीरेनियत-2 नई दिल्ली, 1 नवम्बर. हर दिलअजीज कवि वीरेन डंगवाल... Read more
साहित्य - संस्कृतिअब तो बहुत दूर निकल आया हूं खुदी की राह में तन्हा ही..गोरखपुर न्यूज़ लाइनJuly 13, 2017July 14, 2017 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनJuly 13, 2017July 14, 2017063 ( कवि, पत्रकार अरुण गोरखपुरी की स्मृति में उनकी कुछ कवितायें व गीत) तुममें भोर, भोर में तुमको, देख सकूं तो अच्छा है जीवन को... Read more
साहित्य - संस्कृतिपुराने प्रतिमानों के घेरे को तोड़कर ही नयी कविता लिखी जा सकती है : प्रो जनार्दनगोरखपुर न्यूज़ लाइनAugust 15, 2016 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनAugust 15, 2016056 कवि हरिशरण गौतम के प्रथम काव्य संग्रह ’मेरी आजादी ?’ का लोकार्पण ‘ आजादी के उनहत्तर साल और दलितों की वर्तमान स्थिति ’ विषय पर... Read more
साहित्य - संस्कृतिये जो शहर है गोरखपुरगोरखपुर न्यूज़ लाइनApril 24, 2016April 26, 2016 by गोरखपुर न्यूज़ लाइनApril 24, 2016April 26, 2016077 (गोरखपुर के जिलाधिकारी रहे आईएएस अधिकारी डॉ हरिओम ने गोरखपुर पर लिखी कविता ‘ ये जो शहर है गोरखपुर ‘ को फ़ेसबुक पर साझा किया... Read more