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साहित्य - संस्कृति

सत्ता की प्रशस्ति कविता नहीं हो सकती -अशोक चौधरी

देवरिया (उप्र)। ‘ सत्ता की प्रशस्ति कविता नहीं हो सकती है। कविता सत्ता की प्रतिपक्ष होती है,अगर कविता मनुष्य की पीड़ा के साथ नहीं खड़ी...