Tag : नाथ सम्प्रदाय

विचार

गोरखनाथ : धीरे धरिबा पाँव

सदानंद शाही अठवीं से लेके बरहवी शताब्दी ले चौरासी सिद्ध लोग अपभ्रंश में कविता करत रहे.  सिद्ध लोगन के कविता में भोजपुरी शब्द आ क्रिया...