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आन्दोलन की चेतावनी पर सिंचाई अभियंता फसलों का नुकसान देखने पहुंचे

गंडक नहर के ओवरफ्लो होने से गन्ने और गेंहू की फसल को नुकसान का मामला

सर्वे कर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया

कुशीनगर , 9 जनवरी. विधानसभा तमकुही क्षेत्र में गंडक नहर के सिद्ध पुरा एस्केप के अत्यधिक पानी छोड़े जाने से ख़राब हुई गन्ने और गेंहू की फसल का सर्वे सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने शुरू कर दिया है. किसानों और क्षेत्रीय विधायक द्वारा आन्दोलन की चेतावनी से दबाव में आये सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता उपेन्द्र कुमार, सहायक अभियन्ता शमशाद खान, जेई राजेंद्र प्रसाद, रोहित कुमार व विभागीय कर्मचारी प्रभावित स्थान पर पहुँचे और स्थिति का जायजा लिया.

अभियंताओं ने आश्वासन दिया कि किसी भी कीमत पर सिद्धपुरा स्केप का पानी नहीं खोला जायेगा व गंडक नहर का सिल्ट का सफाई कराया जायेगा. कैनाल बनाने हेतु शासन को पत्र भेजा जायेगा और नुकसान का रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी.

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सिद्धपुरा स्केप में पानी छोड़े जाने से तिवारी पट्टी घाट टोला, गौरी जगदीश बिन टोली, लाला टोला, बकुलाहवा, रामपुर जमुनिया,चौबेया पटखौली, गौरी शुक्ल, पांडे पट्टी, सेवरही, रामपुर बरहन, पिपरा घाट शिव टोला,जयपुर,रानीगंज आदि गांवों की फसल पानी में डूबकर ख़राब हो गई. इस समस्या को लेकर तिवारी पट्टी घाट टोल,  गौरी जगदीश, चौबिया पटखौली और बकुलहवा में किसानों ने क्षेत्रीय विधायक अजय कुमार लल्लू के साथ बैठक कर सोमवार को फाजिलनगर में सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया.

इसकी जानकारी जब सिंचाई विभाग के अधिकारियों को हुई तो उनके हाथ-पांव फूल गए और वे सोमवार को सुबह होते ही ग्राम सभा गौरी जगदीश, चौबेया पटखौली और बकुलहवा पहुँच गए. किसानों और विधायक से बातचीत की और मौका मुआयना किया।

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सिंचाई खंड द्वितीय के अभियंताओं ने विधायक के साथ स्केप में जमी सिल्ट तथा खेतो में जमा पानी को देखा।।मौका मुयायना के बाद गौरी जगदीश में किसानों के साथ हुई बैठक में विधायक अजय लल्लू ने क्रमवार दिक्कतों को अधिकारियों को रूबरू कराया।।श्री लल्लू ने बीते साल धान की फसल भी इसी तरह बर्बाद हो जाने का भी जिक्र करते हुये कहा की किसानों के हिंतों से खिलवाड़ बर्दाश्त नही किया जायेगा।।विभाग की लापरवाही से किसानों की फसल डूबी है इस लिये विभाग उनको मुआवजा उपलब्ध कराये और नहर के सिल्ट सफाई के बिना विभाग पानी न छोडे। अभियंताओं ने स्थिति को देखने के बाद नहरों में जमी सिल्ट की सफाई के लिये शासन को अवगत कराने का आश्वासन दिया।।कहा की सफाई न होने के चलते सिल्ट जमी हुई है जिससे  थोड़ा पानी छोड़ने के बाद भी ओवर फ्लो की समस्या आ रही है। बगैर सफाई पानी नही छोड़े जाने पर सहमति बनी। नुकसान हुए फसलों के एवज में मुआवजा दिए जाने और शासन को लिखने की बात कही गयी।

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