प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों को 24 घंटे खुले रखने का निर्देश

महराजगंज. संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाँ.अशोक कुमार श्रीवास्तव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मिठौरा को छोड़ कर सभी सीएचसी, पीएचसी एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों के अधीक्षकों एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अस्पताल को 24 घंटे संचालित रखें, ताकि गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए कठिनाई का सामना न करना पड़े।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर डाँ. राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को लेकर जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ( सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र( पीएचसी) तथा ऊप स्वास्थ्य केन्द्रों पर व्यवस्था की गई है। ऐसे में सभी उप स्वास्थ्य केन्द्रों, पीएचसी एवं सीएचसी पर तैनात जिम्मेदार चिकित्सा अधिकारी गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए 24 घंटे अस्पताल का संचालन सुनिश्चित कराएं।

एसीएमओ ने यह भी कहा है कि सभी प्राधिकृत प्रसव केन्द्रों का व्यापक प्रचार प्रसार भी कराया जाए। प्रति दिन केन्द्रवार प्रसवों की संख्या संबंधी सूचना भी प्रेषित किया जाएँ। इस कार्य में कोई लापरवाही या शिथिलता न बरती जाएँ।

उन्होंने कहा कि जिले में प्रसव की सुविधा करीब 108 अस्पतालों पर उपलब्ध है, ऐसे में सभी अस्पतालों के जिम्मेदार संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को लेकर गंभीर रहें। विदित रहे कि जिले में कुल 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,18 नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा शेष उप स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित हैं।

संस्थागत प्रसव से लाभ

-उच्च जोखिम गर्भवती को हर हाल में संस्थागत प्रसव कराना चाहिए।
– अस्पताल में प्रसव कराने से मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी आती है।
-गर्भवती के गंभीर स्थिति को देखते हुए उच्च सुविधा वाले अस्पताल पर रेफर करने की व्यवस्था होती है।
-सरकारी अस्पतालों पर प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सुरक्षित प्रसव कराया जाता है।
– प्रसव के पश्चात महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ मिलता है।