खाद कारखाने की दो टरबाइनें कुशीनगर तक पहुंची, गोरखपुर पहुंचने में 10 दिन और लगेंगे

गोरखपुर/कुशीनगर। गोरखपुर नए खाद कारखाने की दो टरबाइनें आज कुशीनगर पहुंच गयी. ये दोनों टरबाइनें 10. दिन बाद निर्माणाधीन खाद कारखाने तक पहुंच जाएंगी. भारी वजन की होने के कारण इन्हें लाने में काफी देर हो रही है.

ये दोनों टरबाइने 252 और 192 पहिये वाले लम्बे ट्रक पर लदी हुई हैं. एक टरबाइन की वजन 575 टन की है तो दूसरी 330 टन की. दोनों टरबाइन गुजरात से कोलकाता-हल्दिया होते हुए छपरा तक समुद्र व नदी मार्ग से कार्गो जहाज से आये थे. छपरा में इसे गंगा नदी में पानी के जहाज से उतार कर ट्रक पर लोड किया गया.

चित्र -रत्नेश सिंह

छपरा से दोनों टरबाइनों को लेकर दो ट्रक 12 मार्च को चले थे. छपरा से कुशीनगर तक करीब 170 किलोमीटर पहुँचने में उन्हें 44 दिन लग गए. दोनों ट्रक के साथ 50 का स्टाफ चल रहा है. रोज दोनों ट्रक करीब 10 से 12 किलोमीटर चलते हैं. सड़क मार्ग पर पुल को क्रास करते वक्त खास सावधानी बरता जाता है.

कुशीनगर के पहले कुकुत्था नदी पर  फोर लेन पर बने पुल से दोनों ट्रकों को ले जाने के बजाय इन्हें पुल के नीचे अस्थायी सड़क बनाकर लाया गया. इसी तरह गंडक नदी पर बने हेतिमपुर पुल के नीचे बनाए जा रहे अस्थायी पुल से इन्हें ले जाया जाएगा.

चित्र -रत्नेश सिंह

ट्रक के साथ चल रहे एक स्टाफ ने गोरखपुर न्यूज लाइन को बताया कि वे कुशीनगर से हाटा-कप्तानगंज-परतावल होते हुए निर्माणाधीन खाद कारखाने तक पहुंचेंगे. दोनो टरबाइनों को गोरखपुर पहुंचने के बाद खाद कारखाने के निर्माण में तेजी आ जाएगी.