कब्रिस्तान में दफ़न से पहले बतानी होगी मौत की वजह

गोरखपुर। तिवारीपुर थाने के अन्तर्गत पड़ने वाले मोहल्ला इलाहीबाग स्थित कच्ची बाग कब्रिस्तान की कमेटी ने एक अहम फैसला लिया है जिसके तहत कब्रिस्तान में दफ़नाने से पहले परिजनों को मृतक के मौत की वजह व पूरी डिटेल एक रजिस्टर में दर्ज करानी होगी। इसके अलावा अगर मृतक कोरोना पॉजिटिव है तो उसे कब्रिस्तान में चिन्हित जगह पर ही दफ़नाना होगा। कोरोना वॉयरस से मरने वाले को दफ़नाते वक्त सरकारी गाइडलाइन व जरूरी सभी एहतियात का पूरी तरह से पालन किया जायेगा।

कब्रिस्तान कमेटी ने इस फैसले पर अमल शुरू कर दिया है। शहर में मौजूद आधा दर्जन से अधिक कब्रिस्तानों में जल्द इस पर अमल होने की संभावना है।

आपको याद होगा कि जब बीआरडी मेडिकल कालेज में कोरोना वॉयरस से शहर में पहली मौत बस्ती जिले के रहने वाले एक नौज़वान की हुई थी तो उनके कफ़न-दफ़न के बाद घर वालों से लेकर नमाजे ज़नाज़ा व दफ़न की प्रक्रिया में शामिल लोगों की तलाश में प्रशासन को मशक्कत उठानी पड़ थी। सभी को क्वारंटाइन किया गया था। इन्हीं सबके बीच कोरोना वॉयरस का प्रकोप व उससे मरने वालों की तादाद में हर रोज इजाफा हो रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत कफ़न व दफ़न में ही पेश आ रही है।

कच्ची बाग कब्रिस्तान कमेटी के हाफिज इस्मतुल्लाह ने बताया कि महीने में दस से पंद्रह लोग इस कब्रिस्तान दफ़न होने के लिए आते हैं। इस वक्त कोरोना वॉयरस का प्रकोप फैला हुआ है, इसलिए कमेटी ने मृतक की मौत की वजह सहित अन्य डिटेल रखने का फैसला लिया है। कोरोना वॉयरस से मरने वालों को कब्रिस्तान के एक खास जगह पर पूरे एहतियात के साथ दफ़नाया जायेगा। फिलहाल अभी तक कोई कोरोना वॉयरस से मरा व्यक्ति यहां दफ़न नहीं हुआ है। यह कदम एहतियातन उठाया गया है। वैसे हम मरने वालों का नाम व पता पहले भी नोट करते थे लेकिन मौत की वजह इस बार से नोट होगी।

शहर में नार्मल स्थित हजरत मुबारक खां शहीद कब्रिस्तान, गोरखनाथ जामा मस्जिद के निकट स्थित कब्रिस्तान, रसूलपुर जामा मस्जिद के बगल स्थित कब्रिस्तान, इलाहीबाग स्थित कच्ची बाग कब्रिस्तान, हाजारीपुर स्थित कब्रिस्तान, बहरामपुर बाले के मैदान स्थित कब्रिस्तान, माधोपुर स्थित सुब्हान शहीद कब्रिस्तान के अलावा शहर में बहुत से अन्य कब्रिस्तान भी हैं।