वरिष्ठ पत्रकार राम गोपाल विशारद का निधन

गोरखपुर। वरिष्ठ पत्रकार 68 वर्षीय राम गोपाल विशारद का गुरुवार की रात उनके कैम्पियरगंज स्थित आवास पर निधन हो गया।  वे कुछ समय से सांस की तकलीफ से गुजर रहे थे।

उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर करमैनी घाट पर किया गया। वे अपने पीछे दो पुत्रियों व एक पुत्र छोड़ गए हैं।

श्री विशारद ने कैम्पियरगंज से स्वतंत्र चेतना  , हिन्दुस्तान सहित कई समाचार पत्रों में काम किया। उन्होंने 1984  में हिन्दी दैनिक पत्रकारिता की शुरुआत की थी। जब 1989 से स्वतंत्र चेतना का गोरखपुर से प्रकाशन शुरू हुआ तो वे उससे जुड़े। वर्ष 1996 में लखनऊ से हिन्दुस्तान का प्रकाशन शुरू होने पर वह गोरखपुर ब्यूरो से जुड़े। ग्रामीण पत्रकारिता में उनका बड़ा नाम था। उन्होंने कैम्पियरगंज और आस-पास के इलाके पर कई बेहतरीन रिपोर्ट लिखी। वे ऐसे पत्रकार थे जिन्हें अफसर, राजनेता ही नहीं सामान्य जन भी जानते थे और उनकी प्रतिबद्धता, ईमानदारी का सम्मान करते थे।

रामगोपाल विशारद के निधन पर वरिष्ठ पत्रकार जगदीश गुप्ता, इण्डियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन, बार एसोसिएशन कैम्पियरगंज के अध्यक्ष व शासकीय अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार सिंह, मंत्री प्रभु नारायण पांडेय,संयुक्त मंत्री श्री भागवत मौर्य, कोषाध्यक्ष दिलीप मिश्र, छोटेलाल यादव, गोपाल प्रसाद,जयहिंद,राम रतन यादव,संतोष सिंह,जैनुल आब्दीन, पटेश्वर सिंह,ओम प्रकाश,संजय, सुनील,बबलू चौधरी,प्रभात यादव,श्याम प्रताप ,बृजेश,राजेन्द्र पाठक,ध्रुव शर्मा आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है।