कुशीनगर में बाढ़ के पानी में डूबने से युवक की मौत, सिद्धार्थनगर में बूढी राप्ती और कूड़ा नदी उफनायी

कुशीनगर/सिद्धार्थनगर। कुशीनगर जिले में नारायणी नदी की बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। देर शाम सात बजे नारयाणी नदी में गंडक बराज पर डिस्चार्ज 4.24 लाख क्यूसेक मापा गया। दोपहर बाद 3.30 बजे बसंतपुर निवासी 45 वर्षीय ओम कुमार की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गयी।

इसी बीच शाम को खड्डा तहसील क्षेत्र में निर्माणाधीन छितौनी-तमकुही रेल लाइन तटबंध का एक हिस्सा बह गया। यहां से पानी खेतों में फैल रहा है।  उधर नदी के किनारे निचले इलाकों में जल भराव जारी है। बाढ़ से आठ गांव प्रभावित हैं।

सिद्धार्थनगर जिले में बूढी राप्ती और कूड़ा नदी खतरे के निशान को पार कर गयी हैं। दोनों नदियों के उफनाने से कई गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। कूड़ा नदी की बाढ़ से ककरहवा क्षेत्र का लीलाडिहवा गांव में पानी भर रहा है।

ककरहवा-बभनी के समीप बहने वाली कूड़ा नदी पुल को छूने के करीब पहुँच गई है। दोनों नदिया राप्ती की सहायक नदियां हैं। ये दोनों नदिया उस्का में राप्ती नदी में मिल जाती हैं।