बुद्धालैण्ड राज्य की मांग को लेकर एक जनवरी को पैदल मार्च करेगी पूर्वांचल सेना

गोरखपुर। पूर्वांचल सेना पूर्वी उत्तर प्रदेश के 27 जिलों को अलग बुद्धालैण्ड राज्य बनाने की मांग को लेकर एक जनवरी को पूर्वांचल के 27 जिलों के प्रतिनिधियों के साथ गोरखपुर में पैदल मार्च करेगी। एक जनवरी को नॉर्मल ग्राउंड में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक सभा करने के बाद पूर्वांचल सेना पदयात्रा निकालकर अंबेडकर चौक होते हुए नगर निगम पार्क में जिला प्रशासन के माध्यम से केंद्र और प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजकर बुद्धालैण्ड राज्य की मांग करेगी ।

पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने यह जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2006 में गठित पूर्वांचल सेना पूर्वी उत्तर प्रदेश में जातिवाद, भ्रष्टाचार , बेरोजगारी, अशिक्षा, भुखमरी , इंसेफेलाइटिस आदि मुद्दों पर मुखर होकर आंदोलन करने के साथ-साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग कर रही है।  वर्ष 2008 में इस आंदोलन ने उग्र रूप भी धारण कर लिया था, जिसके बाद प्रदेश की तात्कालीन मुख्यमंत्री बहन कुमारी मायावती के द्वारा वर्ष 2011 में उत्तर प्रदेश मे 4 नए राज्य बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था लेकिन पूर्वांचल को लेबर बेल्ट बनाए रखने की चाहत रखने वाले सरकारों ने राज्य का बंटवारा नहीं किया और पूर्वी उत्तर प्रदेश में समस्याएं जस की तस बनी रही ।

उन्होंने कहा कि अब हम पूर्वांचल की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे। समृद्धशाली इतिहास, दुनिया की सबसे बड़ी श्रम शक्ति, उपजाऊ जमीन, प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर इस  क्षेत्र को जानबूझ कर पिछड़ा रखा गया है। पूरी दुनिया को समता, मैत्री, भाईचारा का संदेश देने वाले तथागत बुद्ध की थातीअकेले ही इस क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा पर्यटन उद्योग खड़ा कर सकती है। वर्ष 1930 में शुरू हुए चीनी उद्योग क्रांति के बाद बदहाल हुए चीनी उद्योग को हम फिर से स्थापित कर सकते हैं। नदियों के अथाह जल से बिजली और सिंचाई की समस्या खत्म हो सकती है बशर्ते हम पूर्वांचलियों को अपना अलग राज्य बनाना होगा । उन्होंने कहा कि साबित हो चुका है कि 24 करोड़ की भारी-भरकम आबादी वाला राज्य एक मुख्यमंत्री से नहीं संभल सकता है, यही कारण है कि यहां पर घोर अराजकता और भ्रष्टाचार व्याप्त है ।

उन्होंने कहा कि बुद्धालैण्ड के नाम से पूर्वी उत्तर प्रदेश में नया राज्य बना कर क्षेत्र को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने की बीड़ा पूर्वांचल सेना ने उठाया है और अभी हम शांतिपूर्ण तरीके से बुद्धालैण्ड राज्य की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब हम आंदोलन को उग्र भी करेंगे ।