गोरखपुर के भाकियू जिलाध्यक्ष को पुलिस ने मुंडेरवा की किसान पंचायत में जाने से रोकने की कोशिश की

गोरखपुर। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष सतीश ओझा ने आरोप लगाया है कि मुंडेरवा में आयोजित किसान पंचायत में जाते समय उन्हें कांटे के पास पुलिस ने रोकने की कोशिश की। कुछ देर तक बहस के बाद उन्हें जाने दिया गया।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने आज बस्ती जिले के मुंडेरवा में बड़ी किसान पंचायत का आयोजित की थी। किसान पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्टीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भाग लेेने आए थे।

पुलिस ने मुंडेरवा जाने के तीन रास्तों-कांटे, टेमी तथा एक और स्थान पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इन स्थानों पर चार पहिया वाहनों को जाने से रोका जा रहा था। प्रेस की गाड़ियों को भी रोका गया।

भारतीय किसान यूनियन गोरखपुर के जिलाध्यक्ष सतीश ओझा जब अपने साथियों के साथ कांटे से मुंडेरवा की तरफ बढ़े तो उनके वाहन को भी रोक दिया गया। इस पर उन्होंने एतराज जताया। थोड़ी देर में वहां बड़ी संख्या में किसान यूनियन के कार्यकर्ता एकजुट हुए। भाकियू कार्यकर्ताओं ने रोके जाने पर धरने की चेतावनी दी। इसके बाद उन्हें जाने दिया गया।

भाकियू नेता सतीश ओझा ने कहा कि महापंचायत में किसानों को रोकने के लिए रूट डाइवर्जन का बहाना बनाया जा रहा था ताकि बड़ी संख्या में किसान न पहुंच पाएं। इसके बावजूद महापांचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुुंचे।