नयी चीनी मिल लगवाने के बजाय कुशीनगर की बंद चीनी मिलों को चलवाने के लिए आगे आए जनप्रतिनधि : रामचन्द्र सिंह

कुशीनगर। भारतीय किसान यूनियन (अ) के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा पडरौना विधानसभा में नई चीनी मिल लगाई जाने की मांग और इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को लिखे गये पत्र की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि नई चीनी मिल लगाने के बजाय कुशीनगर की लक्ष्मीगंज, पडरौना सहित जिले व प्रदेश की सभी बन्द चीनी मिलों को अविलंब चलाया जाना चाहिए।

श्री सिंह ने कहा कि जनपद कुशीनगर की पांच चीनी मिलें-लक्ष्मीगंज, रामकोला (खेतान), पडरौना, कठकुइयाँ और छितौनी सहित प्रदेश की कई चीनी मिलों को साजिशन बन्द कर दिया गया है। बंद चीनी मिलों को चलवाने के लिए 2017 से लगातार केंद्र और राज्य सरकार से पत्र लिखकर तथा धरने व प्रदर्शन के माध्यम से माँग की जा रही है। लक्ष्मीगंज व अन्य सभी बन्द चीनी मिलों को पुनः चलवाने की माँग से सम्बन्धित एक ज्ञापन 25 फरवरी 2019 को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को भी दिया गया था जिस पर आज तक उनके द्वारा कोई सकारात्मक पहल करने के स्थान पर अब साजिशन पड़रौना विधानसभा में नई चीनी मिल लगाने का पत्र लिखकर किसानों व मजदूरों द्वारा बन्द चीनी मिलों को चलाने के लिए चलाए जा रहे आन्दोलन को कमजोर करने का घिनौना खेल खेला जा रहा है।

किसान नेता ने कहा कि पता चला है कि कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पडरौना विधान सभा क्षेत्र मेंएक नया चीनी लगवाने के लिये मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर माँग की गई है। मैं इसकी निन्दा करता हूँ तथा उनसे आग्रह करता हूँ कि, अभी भी समय है, किसानों और मजदूरों के साथ खड़े होकर लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल के साथ साथ जनपद की अन्य बन्द पड़ी चीनी मिलों को 15 अगस्त 2021 तक चलवाने हेतु सकारात्मक पहल करें, क्योकि चीनी मिलें बन्द हो जाने के वजह से जनपद- कुशीनगर का किसान अपने गन्ने को लेकर मारा-मारा फिर रहा है। चीनी मिलें संचालित हो जाएगी तो जनपद के बेरोजगार, नौजवानों को रोजगार मिल सकेगा तथा साथ ही साथ किसान के बकाये का भुगतान हो जायेगा और गन्ने की पेराई के साथ किसान भी खुशहाल हो जाएगा।

भाकियू नेता ने कहा कि 2019 में पडरौना के सांसद विजय कुमार दूबे ने भी जनपद कुशीनगर में एक नया चीनी मिल लगवाने की माँग लोकसभा में की थी जिसका विरोध करते हुए हमने बंद चीनी मिलों को चलवाने की मांग रखी थी। सांसद को अपनी माँग को वापस लेते हुए लोकसभा में बोलना पड़ा की लक्ष्मीगंज और छितौनी की बन्द चीनी मिल के ऊपर कोई मुकदमा नही है, इस लिये दोनों बन्द चीनी मिल को चलवाया जाय।

श्री सिंह ने कहा कि जिले के जन प्रतिनिधि जनपद की चीनी मिलों को पहले घाटा दिखाकर बन्द किए जाने और उसे जर्जर बनाकर बेचने और नया चीनी लगवाने में कमीशनखोरी जैसे जनता के धन के लूट का खेल खेलने से बचें और सबसे पहले जनपद कुशीनगर की लक्ष्मीगंज, पडरौना व अन्य सभी बन्द चीनी मिलों को पुन: चलवाने के लिए चलाए जा रहे आंदोलन आन्दोलन के साथ आएं।