पुल निर्माण की मांग को लेकर भाकपा माले कार्यकर्ता जलसत्याग्रह कर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे

महराजगंज। सिसवा क्षेत्र के चैनपुर से सोनबरसा को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग पर स्थित पुल ध्वस्त होने से आठ हजार लोंगो के आवागमन की समस्या को शासन प्रशासन द्वारा नज़रंदाज़ करने व नये पुल का निर्माण नही कराये जाने से आक्रोशित ग्रामीणों व भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को जलसत्याग्रह के दौरान जम के नारेबाजी की। जल सत्याग्रह के बाद भाकपा माले कार्यकर्ता बेलवा घाट चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के ब्लाक सचिव संजय निषाद व इंकलाबी नौजवाज सभा के जिला सचिव बख्शीश अली के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों ने छोटी गंडक की चैनपुर शाखा के पानी में खड़े हो कर शासन,प्रसाशन सहित जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जम के नारे बाजी की उसके उपरांत सोनबरसा बेलवा घाट चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये।

माले नेता संजय निषाद ने कहा कि चैनपुर-सोनबरसा मार्ग पर सौ साल पुराना पुल 29 मई को आए चक्रवाती तूफान में ध्वस्त हो गया था। ग्रामीणों ने अपने संसाधनों से बांस-बल्ली का पुल बना दिया और किसी तरह आवागमन जारी रखे थे परन्तु लगातार बारिश होने से बांस बल्ली का वैकल्पिक पुल टूट जाता है जिससे आठ हजार लोग, सोनबरसा,सिसवा सहित कही भी जाने से वंचित रह जाते है।

इंकलाबी नौजवाज सभा के जिला सचिव बख्शीश अली ने कहा कि पुल टूटने से सबसे बड़ी समस्या उन लोगों को है जो बीमार है और रास्ता न होने से अपनी इलाज नही करा पा रहे हैं। नये पुल के लिये दो वर्षों से काम चल रहा है परन्तु विभागीय अनियमितता के कारण आज तक पुल मुकम्मल नही बन पाया है।जब तक पुल का निर्माण नही होता है तब तक माले कार्यकर्ता व ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे।

इस दौरान विद्यान्ति, दुर्गावती, फातमा खातून, उर्मिला, बिन्दा, पूनम,भीम साहनी, कृष्णा निषाद, मोछू निषाद, रामउदय, प्रेम गुप्ता, दिलीप,जंत्री, शहाबुद्दीन, भोला, तबरेज,अलाउद्दीन जितेंद्र,लालचंद,दुर्बास सहित अन्य उपस्थित रहे।