फार्मासिस्ट को पीटने व चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार के खिलाफ स्वास्थ्य कर्मियों ने धरना दिया

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ नेे सोमवार से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी

गोरखपुर। पुलिस कर्मियों द्वारा खोराबार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के फार्मासिस्ट को पीटने और महिला चिकित्सक के साथ दुव्र्यवहार करने के खिलाफ चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने शनिवार को खोराबार पीएचसी पर तीन घंटे तक धरना दिया। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो वे सोमवार को इमर्जेंसी, कोविड ड्यूटी और पोस्टमार्टम कार्य को छोड़ सभी सेवाओं को बंद कर देंगे।

घटना के विरोध में फार्मासिस्ट कार्य बहिष्कार कर रहे हैं।

शुक्रवार को खोरबार पीएचसी पर खोराबार थाने के पुलिस कर्मी एक केस के पांच अभियुक्तों के मेडिकल जांच के लिए लेकर आए। फार्मासिस्ट आनंद प्रकाश सैनी का आरोप है कि पुलिस कर्मी उन पर जल्द मेडिकल जांच करने का दबाव बना रहे थे। हमने उनसे कहा कि इसमंे समय लगता है। इस पर वे नाराज हो गए और थाने पर फोन कर दिया। थाने से एक सब इंस्पेक्टर आधा दर्जन सिपाहियों के साथ आए और मुझे जमकर पीटा। ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक डा. पारूल उपाध्याय के साथ बदसलूकी की गई।

फार्मासिस्ट आनंद प्रकाश सैनी ने घटना के सम्बन्ध में तहरीर खोराबार थाने में दी है।

इस घटना को लेकर चिकित्सकों, फार्मासिस्टों व स्वास्थ्य कर्मियों में नाराजगी है। खोराबार पीएचसी पर शनिवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने तीन घंटे तक धरना दिया। अधिकारियों ने उन्हें किसी तरह धरना खत्म करने के लिए मनाया।

फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश पांडेय का कहना है कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती है, हम कार्य बहिष्कार जारी रखेंगे। इस मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।

उधर प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के जिलाध्यक्ष डा. एके सिंह व अन्य पदाधिकारी शनिवार को खोराबार पीएचसी पर पहुंचे और धरने को समर्थन दिया। संघ के अध्यक्ष एके सिंह और सचिव डा. क्षेत्रपाल यादव ने बयान जारी कर कहा है कि यदि रविवार तक आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती है तो चिकित्सक सोमवार को इमर्जेंसी, कोविड और पोस्टमार्टम ड्यूटी छोड़ सभी सेवाओं को बंद कर देंगे।