शाहपुर और विंध्याचलपुर को बाढ़ प्रभावित नहीं माने जाने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया

कुशीनगर। स्थानीय तहसील प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित गांवों की सूची में खड्डा क्षेत्र के शाहपुर और विंध्याचलपुर गांव का नाम दर्ज नहीं किया जाने और बाढ़ राहत सामग्री का वितरण नहीं दिए जाने को लेकर गांव के सैकड़ों बाढ़ प्रभावितों ने ने तहसील प्रशासन का घेराव कर जिला अधिकारी को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को दिया। आंदोलनकारियों ने तहसील प्रशासन पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।

नारायणी नदी की बाढ़ से नारायणपुर, शिवपुर, बसंतपुर, मरिचहवा, हरिहरपुर, शाहपुर, महादेवा, शाहपुर, विंध्याचलपुर प्रभावित हुआ है। तहसील प्रशासन ने शाहपुर और विंध्याचलपुर को छोड़कर केवल सात गांव की सूची बनाई है। इससे आक्रोशित शाहपुरऔर  विंध्याचलपुर के बाढ़ पीड़ितों ने रविवार को तहसील पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में महिलाओं की संख्या बहुत अधिक थी।

बाढ़ प्रभावितों ने कहा कि दोनों गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं लेकिन तहसील  तहसील प्रशासन इस सच्चाई को स्वीकार नहीं कर रहा है। प्रधान सविता देवी ने बताया कि मेरे गांव के सभी ग्रामीण नदी पार शाहपुर में अपने घरों में रहते थे तथा खेती बारी करते हैं। बाढ़ ने सब कुछ बर्बाद कर दिया है। लोग खाने-खाने को मजबूर हो गए हैं।  अन्य बाढ़ प्रभावित गांव में प्रशासन ने राहत सामग्री का वितरण करा कर थोड़ी राहत देने का कार्य किया है लेकिन शाहपुरा व विंध्याचलपुर के ग्रामीणों को कुछ भी राहत नहीं मिला है।

प्रदर्शन करने वालों में सुनीता, सुगंधी, रमावती, रामदेयी, संध्या, पूजा, सुंदरा देवी, गीता, रिंकू देवी, सावित्री देवी, माया, सावित्री देवी, हेवंती देवी, रीता, प्रभावती, रमावती, शांति, कुसुम, सुशीला, मीना, पियारी ,कौशल्या, सुशीला, लालती देवी, चंद्र ज्योति सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।