Thursday, September 28, 2023
Homeसमाचारनफरत और बांटने की राजनीति का बहिष्कार करना आज की जरूरत है...

नफरत और बांटने की राजनीति का बहिष्कार करना आज की जरूरत है : डा संदीप पाण्डेय

सारनाथ (वाराणसी)। साझा संस्कृति मंच एवं जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शांति, सद्भावना, प्रेम और भाईचारे के संदेश के साथ 9 दिवसीय “शांति सद्भावना यात्रा” का समापन शनिवार को सारनाथ में हुआ। इसके पूर्व संदहा से सारनाथ तक ग्रामवासियों ने पदयात्रियों का जोरदार स्वागत एवं अभिनंदन किया। सारनाथ में बुद्ध मंदिर के समक्ष औपचारिक समापन सभा में लोगों को संकल्प दिलाया गया कि समाज को नफरत नहीं बल्कि प्रेम और आपसी मेलजोल की जरूरत है इसलिए हम शांति सद्भाव प्रेम और मेलजोल बढाने की दिशा में दृढ़ संकल्पित होकर प्रयास करेंगे।

यात्रा संयोजक नंदलाल मास्टर ने बताया कि 9 दिन की यह पद यात्रा वाराणसी के आठ विकास खण्डों में होते हुए लगभग 100 गांव से गुजरी। इस दौरान जनवादी गीत, नाटक, संवाद, कंदील मार्च, मशाल जुलूस, जनसभा आदि का आयोजन किया गया और शांति सद्भावना का संदेश प्रसारित किया गया।

सभा के बाद विद्या आश्रम परिसर में “भारतीय लोक परम्परा में न्याय, शांति एवं सद्भावना ” विषयक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मैग्सेसे पुरस्कार सम्मानित सामाजिक कार्यकर्त्ता डॉ संदीप पाण्डेय ने कहा कि दरअसल समाज में अशांति और नफरत फैलाने वाले लोकप्रिय नहीं हैं। सत्य और धर्म उनके साथ नहीं है, लेकिन वो संगठित और सक्रिय हैं, हमारी निष्क्रियता का लाभ उठाते हैं, हमे इंसान के बजाय भीड़ बनाने में और वोट बैंक बनाने में उनका फायदा है। एक-दूसरे के बारे में वैमनस्य,भ्रम और भय फैलाया जा रहा है। बहुत चालाकी से अधकचरे झूठ को सच बनाया जा रहा है। नयी टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया का गन्दा इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे में हमे सचेत होकर रहना है सत्य को जानना है और समाज मे मिलजुल कर रहने की परंपरा का निर्वहन करना है।

वरिष्ठ समाजवादी चितंक विजय नारायण ने कहा कि तेजी से बढ़ रही असामाजिकता और अशांति के बुरे परिणामों को समझने की जरूरत है। अब हमारा गांव, गांव के लोगों का नही रहा, पहले छोटी बड़ी समस्याओं का निस्तारण आपस में मिल बैठकर कर लिया जाता था। लेकिन अब हम हर छोटे बड़े विवाद में खर्चीले कोर्ट कचहरी और थाना पुलिस की मार जलालत झेलने को अभिशप्त हैं, हमें दवाई, पढाई, रोजगार की जरूरत है तो उसी पर बात करनी होगी आपसी वैमनस्य की नही।

वरिष्ठ गांधी वादी एवं इतिहासकार डा मोहम्मद आरिफ ने कहा कि भारत की खासियत विविधता में एकता है। विभिन्न धर्मों, जातियों और पंथों के लोग यहाँ एक साथ रहते हैं। भारत का संविधान अपने नागरिकों को समानता और स्वतंत्रता की गारंटी देता है। शांति और सद्भाव सुनिश्चित रहें , इसके लिए कई कानून बनाए गए हैं। बनारस की बात करें , तो सैकड़ों सालों से अलग अलग तरीकों से पूजा पाठ शादी ब्याह से लेकर अंतिम कर्म करने वाले लोग बहुत प्यार से एक ही गाँव मुहल्ले में रहते आएं हैं। सभी तरह के धर्म ,जाति, विचारों से भरा पूरा छोटा सा अलमस्त शहर बनारस, दुनिया भर के लोगों को कैसे जुटा के रखता है, ये एक आश्चर्य और कौतुहल का विषय है, नफरत और बांटने की राजनीति को बनारस को नकारना ही होगा तभी यहाँ की गंगा जमुनी तहजीब की परम्परा बची रहेगी

साझा संस्कृति मंच के पूर्व अध्यक्ष डॉ नीति भाई ने पदयात्रियों को बधाई देते हुए कहा कि यह बहुत ही उपयोगी अभियान रहा जिसके परिणाम सुखद होंगे।

झारखंड से आये इप्टा से जुड़े वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्ता शैलन्द्र भाई ने कहा कि आज से कुछ वर्ष पहले तक अख़बार टीवी आदि में गरीब की रोजी रोटी की बात होती थी, मजदूरों किसानों की परेशानियों की चर्चा होती थी, छात्रों की पढ़ाई और युवाओं के रोजगार की चिंता दिखती थी। मगर आज सिर्फ ये पार्टी या वो पार्टी तक सिमित होकर रह गयी है। मार – झगड़ा और चीन – पाकिस्तान करने में ही सब फंसे हुए है। मीडिया और सत्ता की इस रस्साकस्सी में समाज पिस रहा है।

सामाजिक कार्यकर्ता अरविन्द मूर्ति ने कहा कि पढाई, दवाई, काम धंधा की जगह हमारा गाँव घर दिन रात ‘ हिन्दू-मुसलमान ‘ के टकराव की बात सुन रहा है। लोगों में चिड़चिड़ापन तनाव और गुस्सा बढ़ रहा है। हिन्दू – मुसलमान की गैर जरूरी बहस में फँसाकर मंहगाई की बात को अनदेखा कर दिया जा रहा है। नौकरी की मांग को अगड़ा – पिछड़ा, आरक्षण समर्थक और विरोधी के खांचे में बांटकर आपस मे ही लड़ा दिया जा रहा है. यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है. समाज को सचेत होना ही होगा।

जिला पंचायत सदस्य अनिता प्रकाश ने समाज मे सभी को मिलजुल कर रहने और नफरत को नकारने का आह्वान किया।
संगोष्ठी के दौरान सभी पदयात्रियों का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया। सांस्कृतिक दल प्रेरणा कला मंच की टीम ने जनवादी गीतों और नाटक का प्रस्तुतिकरण किया।

अध्यक्षीय संबोधन में सर्व सेवा संघ उत्तर प्रदेश के संयोजक रामधीरज भाई ने कहा कि समाज मे विद्यालय-चिकित्सालय, कार्यालय- देवालय तक में हो रहा भेदभाव और हिंसा एक बड़ी चुनौती है। घर से लेकर खेत तक और सड़क से ऑफिस तक चंहुओर फैले इस अफरातफरी के समय में शांति सद्भाव की बात करने की अधिक जरूरत है।

संगोष्ठी का संचालन फादर आनंद और अध्यक्षता रामधीरज भाई ने की। धन्यवाद ज्ञापन अनिता ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से ,संदीप पाण्डेय,सरिता प्रकाश,अरविंद मूर्ति,थेरो भँतो, रंजू सिंह,महेन्द्र राठौर, विनोद, रामबचन, अनिल, सुजीत, सूबेदार, सुरेंद्र, कन्हैया, सतीश सिंह, फादर जयंत, विजेता, रुखसाना, सोनी, नीति, मैत्री, पूनम, इन्दु, एकता, रवि शेखर, धनंजय, मुकेश, विनय सिंह, प्रदीप सिंह, रामधीरज भाई, डॉ आरिफ, रामजनम, राजकुमार पटेल, कमलेश, हौशिला, प्रियंका, पूनम रंजीत समेत सैकड़ो लोगो की भागीदारी रहीं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments

x cafe porn xxxhindiporn.net hot sex video tamil
bf video dekhna tubanator.com xxxbaba
xnxx v pornstarstube.info antarvasna free clips
baby xvideos pornkar.net mallumv. in
nude dancing kompoz2.com sexual intercourse vedio
marathixxx pornovuku.com vip braze
telugu latest xvideos borwap.pro indian threesome sex
yours porn pornfactory.info nangi sexy video
telugu blu films rajwap.biz xvideos.com desi
sexy images of madhuri desixxxtube.info kutta ladki sex video
download xnxx video indianpornxvideos.net jcb ki khudai
xxx desi video 3gp pakistanipornx.net the villain kannada full movie download
tubxporb motherless.pro secy sex
سكس كر nazikhoca.com صور مصريات عاريات
katrina xvideos collegeporntrends.com sunporno indian