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पूर्व सांसद अखिलेश सिंह की अगुवाई में पूर्वांचल किसान यूनियन का गठन, आंदोलन की घोषणा        

महराजगंज। पूर्व सांसदं एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अखिलेश सिंह द्वारा नौ अगस्त को महराजगंज के महालक्ष्मी लान में बुलायी गयी एक बैठक में पूर्वांचल किसान यूनियन का गठन किया गया। सम्मेलन में अखिलेश सिंह को पूर्वांचल किसान यूनियन का अध्यक्ष चुना गया और इसके जरिए किसान हितों को लेकर जन आन्दोलन खडा करने का ऐलान किया किया गया।

सम्मेलन में शामिल होने के लिए पूर्व सांसद अखिलेश सिंह ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचे।

सम्मेलन में वरिष्ठ समाजवादी नेता ध्यानेश्वर मणि त्रिपाठी ने पूर्वांचल किसान यूनियन का संगठनात्मक प्रस्ताव रखा। इस मौके पर 21 सूत्री प्रस्ताव पारित कर स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने, चीनी के लगातार बढ़ते दाम के अनुसार गन्ना मूल्य बढ़ाने, यूपी शुगर रेगुलेशन एक्ट को लागू कर बकाया गन्ना मूल्य का ब्याज सहित भुगतान करने, जमीन अधिग्रहण पर संसद में पारित कानून के अनुसार मुआवजा देने, आवारा पशुओं और नील गायों से किसानों की फसल को बचाने का कारगर उपाय करने, पांच फीसदी फसल नुकसान होने पर भी फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा देने, महराजगंज जनपद में कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने, महराजगंज जिले की बंद चीनी मिलों-गडौरा, घुघली और फरेंदा को चालू करने आदि की मांग की गई है।

सम्मेलन में पूर्व सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि देश में आजादी के बाद गांव और शहरों के बीच अंतर बढ़ता गया है। पिछले दो दशक में गांव से शहर की तरफ पलायन बड़ा है और किसानों को लगातार हर क्षेत्र में कठिनाई का सामना करना पड़ा है। पूर्वांचल किसान यूनियन के माध्यम से किसान हितों के लिए व्यापक जन आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ किसी भी प्रकार का उत्पीड़न अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस अवसर पर रामकोला के पूर्व विधायक मदन गोविंद राव, भीमसेन उर्फ लल्लू सिंह, अहसन खान, सपा नेता जितेंद्र यादव, दिनेश यादव, उतरी चंद यादव, श्रीकिशुन यादव, अमरनाथ यादव, घनश्याम शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य अमित पासवान, राजाराम भारती, सरजू यादव, गोलू पासवान, अखिलेश मौर्या, ओम प्रकाश यादव, रामायण प्रसाद, धनंजय सिंह, अबुल कासिम, सुरेंद्र यादव, नगीना यादव, प्रमोद यादव व  गोरख प्रजापति आदि मौजूद रहे।