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स्मृति सभा में कॉमरेड बाबूराम शर्मा को याद किया

देवरिया। नागरी प्रचारिणी सभा के सभागार में 28 अक्टूबर को कॉमरेड बाबूराम शर्मा स्मृति सभा का आयोजन हुआ। स्मृति सभा में विभिन्न कम्युनिस्ट पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ ही अन्य पार्टी के लोगों एवं नागरिकों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए उनके संघर्षशील व्यक्तित्व को याद किया और राजनीतिक सामाजिक आंदोलन की विरासत का स्मरण किया गया। उनकी स्मृति में 2 मिनट का मौन  रखा गया और पुष्पांजलि अर्पित की गई।

यह आयोजन कॉमरेड बाबूराम शर्मा स्मृति आयोजन समिति ने किया था।

स्मृति सभा में अपनी बात रखते हुए वक्ताओं ने कहा कि देश में जब लोकतांत्रिक व संवैधानिक स्थान को खत्म करने की साजिश रची जा रही है तो ऐसे समय में अन्याय के खिलाफ आजीवन संघर्षरत रहे कामरेड बाबूराम शर्मा की कमी महसूस की जाती रहेगी। हमें हर समय, हर जगह शिक्षा , राजनीति और सामाजिक स्तरों पर उनके क्रांतिकारी विरासत को याद रखना होगा।

कामरेड बाबूराम शर्मा का सपना था कि ऐसी शासन व्यवस्था बने जहां एक मनुष्य द्वारा दूसरे मनुष्य का शोषण न हो, जहां जाति विहीन व वर्ग विहीन समाज व्यवस्था हो जहां शोषण अन्याय का नामोनिशान न हो।

कामरेड बाबूराम शर्मा छात्र जीवन में ही शहीद ए आजम भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद के क्रांतिकारी धारा के साथ-साथ कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रभावित हुए। उन्होंने शिक्षकों व किसानों का आंदोलन संगठित करते हुए उसका नेतृत्व किया। पूर्वी उत्तर प्रदेश में किसानों मजदूरों के आंदोलन में वह काफी सम्मानित नेता रहे। संयुक्त किसान मोर्चा के दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में उन्होंने कई महीने गुजरे और आंदोलन को नेतृत्व दिया। दो वर्ष पहले ऐतिहासिक किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए देवरिया में उनकी गिरफ्तारी हुई थी जिसने पूर्वांचल के किसान आंदोलन को रेखांकित कर दिया।

आईपीएफ, सीपीआई एमएल (लिबरेशन), सीपीआई एमएल (रेड स्टार) से होते हुए वर्तमान में  सीपीआई एमएल (क्रांतिकारी पहल) के प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर के नेता रहे। हाल में अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। इन्हीं के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय किसान सम्मेलन नेपाल में हुआ था। कामरेड बाबू राम शर्मा अखिल भारतीय शिक्षा अधिकार मंच पर भी सक्रिय भूमिका निभाते रहे और समान शिक्षा प्रणाली की वकालत करते रहे वह शिक्षा और चिकित्सा के निजीकरण को मानव द्रोही मानते रहे।

सभा में कामरेड चक्रपाणि तिवारी,  श्री अनिल कुमार त्रिपाठी, इंद्र कुमार दीक्षित, भाकपा माले  केंद्रीय समिति के नेता कामरेड श्रीराम चौधरी, रामकिशोर वर्मा ,कामरेड कलेक्टर शर्मा, एपवा की नेता गीता पांडे, सुमन देवी, सरिता सिंह, नजीबुल खातून, पूनम शर्मा, पूर्व सांसद आस मोहम्मद, सरोज कुमार पांडे,  एडवोकेट उद्भव मिश्रा, अरविंद गिरी, अवधेश सिंह, बृजेंद्र मणि त्रिपाठी, बृजेंद्र मिश्र ,राजू चौहान, वेद प्रकाश, बृजेश यादव ,बेचूलाल यादव, कामरेड आनंद चौरसिया,  शंभू नाथ ,विजय कुमार ,कृष्ण गोविंद, विभूति नारायण ओझा, दिलीप चौरसिया, अज्ञेय विश्वकर्मा, राहुल विश्वकर्मा, मनोज मल्ल, नित्यानंद त्रिपाठी आदि ने विचार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का संचालन राजेश आजाद ने किया। कार्यक्रम के अंत में सीपीआईएमएल (क्रांतिकारी पहल) की ओर से डॉक्टर चतुरानन ओझा ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।