समाचार

दलित नेता श्रवण कुमार निराला, लेखक-पत्रकार डाॅ सिद्धार्थ सहित कई हिरासत में

गरीब,मजदूर,भूमिहीन परिवारों को एक-एक एकड़ जमीन की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन के बाद गोरखपुर पुलिस की  कार्रवाई 

गोरखपुर। दलित, पिछड़ा, मुस्लिम गरीब मजदूर भूमिहीन परिवारों को एक-एक एकड़ जमीन देने की मांग को लेकर कमिश्नर कार्यालय में दस अक्टूबर को पूरे दिन चले डेरा डालो , घेरा डालो आंदोलन के बाद रात को पुलिस ने अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। आंदोलन में वक्ता के बतौर आए लेखक-पत्रकार डाॅ सिद्धार्थ को भी हिरासत में लिया गया है और पूर्व आईजी दलित चिंतक एसआर दारापुरी को रामगढ़ थाने ले जाया गया है। पुलिस अम्बेडकर जन मोर्चा के नेताओं, लेखक-पत्रकार डाॅ सिद्धार्थ के बारे में कुछ भी नहीं बता रही है कि उन्हें कहा रखा गया है।

लेखक-पत्रकार डॉ सिद्धार्थ

अम्बेडकर जन मोर्चा पिछले तीन वर्षो से दलित, पिछड़ा, मुस्लिम गरीब मजदूर भूमिहीन परिवारों को एक-एक एकड़ जमीन दिलाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही है। इसी के तहत दस अक्टूबर को दस अक्टूबर को कमिश्नर कार्यालय पर डेरा डालो , घेरा डालो आंदोलन ’ का ऐलान किया गया था। आंदोलन में हजारों लोग आए। इनमें महिलाओं की संख्या सर्वाधिक थी पूरा कमिश्नर कार्यालय परिसर लोगों से भर गया। पूरे दिन वक्त इस मुद्दे पर बोलते रहे। शाम को ज्ञापन देने के बाद आंदोलन समाप्त होना था लेकिन देर शाम तक कोई अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं आया तो सभी लोग कमिश्नर कार्यालय में जमे रहे। देर रात अधिकारी कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन लेकर कार्यवाही का आश्वासन दिया।

श्रवण कुमार निराला

ज्ञापन दिए जाने के बाद आंदोलन में शामिल होने आए लोग जाने लगे तभी कमिश्नर कार्यालय से ही लेखक-पत्रकार डाॅ सिद्धार्थ को पुलिस हिरासत में लेकर कैंट पुलिस चली आयी। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला के घर पहुंच गए और घर में घुसकर तलाशी ली। इधर कमिश्नर कार्यालय से लौट रहे श्रवण कुमार निराला को पैडलेगंज में पुलिस ने घेर लिया। उस वक्त निराला के साथ सैकड़ों लोग थे। आधी रात बाद सभी लोगों को देवरिया बाईपास के पास हिरासत में ले लिया गया और बस से कौडीराम ले जाया गया। उसके बाद से पता नही चला कि हिरासत में लिए गए लोग कहां है।

आंदोलन में वक्ता के बतौर आए पूर्व आईजी एवं दलित चिंतक एसआर दारापुरी तारामंडल स्थित एक होटल में रूके हुए थे। आज सुबह वहां पुलिस पहुंच गयी और उन्हें रामगढ़ताल थाने ले गई है।

Related posts