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 लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल चलाने की माँग को लेकर भाकियू (अम्बावता) का प्रदर्शन, डीएम को ज्ञापन दिया

पडरौना (कुशीनगर )। भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के कार्यकर्ताओं ने आज यूनियन के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह के नेतृत्व में जिला मुख्यालय कुशीनगर पर पहुँचकर लक्ष्मीगंज चीनी मिल को चलाने की माँग प्रमुखता से उठायी और  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी उमेश मिश्रा को सौंपा।
ज्ञापन देते हुए किसान नेता रामचन्द्र सिंह ने कहा कि जब-जब बन्द चीनी मिल को चलाने का ज्ञापन मुख्यमन्त्री को दिया जाता है उसे मुख्यमन्त्री कार्यालय के संयुक्त सचिव द्वारा आई० जी० आर० यस० पर डाल दिया जाता है और कभी जिला गन्ना अधिकारी और कभी उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के माध्यम से यह टिप्पणी देकर निस्तारित कर दिया जाता है कि “बन्द चीनी मिल लक्ष्मीगंज को चालू कराये जाने का प्रकरण शासन के नीति विषयक है। ” यह कह कर अधिकारी ‘सेवा आचरण नियमावली’ का खुला उल्लंघन कर रहे हैं जो गम्भीर दुराचार की श्रेणी में आता है।
उन्होंने कहा कि बसपा सरकार में लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल सहित 21 चीनी मिलों को औने-पौने दाम में बेच दिया था।  उत्तर प्रदेश सरकार ने सीएजी की रिपोर्ट पर सीबीआई जांच कराकर लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल पर ताला लगवा दिया।
यूनियन के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कुशीनगर के सांसद ने लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलाने के लिये इस क्षेत्र के किसानों से वादा किया था।  पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लक्ष्मीगंज क्षेत्र के किसानों, व्यापारियों, बेरोजगारों और आम मतदाताओं से वादा किया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार दुबारा बनने पर बन्द चीनी मिल को चलाया जाएगा मगर इस दोनों वरिष्ठ नेताओं के वादा करने के बाद भी लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल का नही चलना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और पार्टी को कलंकित करता है।
श्री सिंह ने मुख्यमन्त्री को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चीनी मिल को चलाने के लिये किसान छह वर्ष से माँग कर रहे है। जनपद कुशीनगर उद्योगविहीन जनपद है और यहां चीनी मिलों के अलावा उद्योग और रोजगार का कोई और संसाधन नही है। मुख्यमन्त्री ने जनपद में एक नया चीनी मिल देने का वादा सितम्बर 2021 में कप्तानगंज की सभा में किया था।  इसी महीने के आखिरी सप्ताह में ही लखनऊ से किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम प्रदेश की  बन्द चीनी मिलों को चलवायेंगे मगर मुख्यमन्त्री अपना वादा अभी तक पूरा नहीं कर सके हैं।
किसान नेता ने कहा कि यदि लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को एक महीने के अन्दर चालू नही किया गया तो भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के कार्यकर्त्ता पूरे उत्तर प्रदेश में धरना-प्रदर्शन करने के लिये बाध्य होंगें।
इस मौके पर यूनियन के जिला महासचिव प्रमोद कुमार वर्मा, जिला सचिव रामपति बौद्ध, जिला सचिव चेतई प्रसाद, रामबृक्ष सिंह, ईश्वर शरण कुशवाहा, महिला जिला मंत्री इन्द्रावती देवी, रामअधार प्रसाद, हनुमान मदेसिया, इन्द्रजीत मद्देशिया, राजवन्ति देवी, तारामती देवी, संगीता देवी,हरिहर, सतीश, कमला देवी, धनई, परमा, कुसुम देवी, सुरसती देवी के साथ साथ सैकड़ो कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे।

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