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दलित लेखकों -नेताओं की गिरफ़्तारी के विरोध में एससी,एसटी संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने डीएम को ज्ञापन सौंपा

गोरखपुर। उ. प्र.अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने आज जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल, मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन भेज मांग की गई कि पूर्व आई. जी. एवं दलित चिंतक एस. आर. दारापुरी, लेखक डा. रामू सिद्धार्थ, अंबेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला, पत्रकार नीलम बौद्ध आदि समस्त कार्यकर्ताओं को तत्काल रिहा किया जाए एवं उनके घरों पर पुलिस की छापेमारी बंद की जाए।

संयुक्त मोर्चा के मुख्य संयोजक हरिशरण गौतम ने कहा कि 10 अक्टूबर को अंबेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला के नेतृत्व में भूमिहीन दलितों/पिछड़ों को एक-एक एकड़ जमीन की मांग को लेकर गोरखपुर कमिश्नर कार्यालय परिसर में जनसभा आयोजित की गई थी जिसमें हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए। इसमें अधिकातर महिलाएं  थी। सभा में वक्ता के रूप में एस.आर.दारापुरी, लेखक डा. रामू सिद्धार्थ आदि उपस्थित थे।

कार्यक्रम पूरे दिन शांतिपूर्ण तरीके से चला और रात के 10 बजे जिलाधिकारी द्वारा ज्ञापन लेने के बाद समाप्त हो गया। लोग जब अपने-अपने घरों को लौटने लगे तो रास्ते में पुलिस द्वारा कई महिलाओं सहित श्रवण कुमार निराला, डा रामू सिद्धार्थ आदि को गिरफ्तार लिया गया। अगले दिन होटल से एस. आर. दारापुरी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस द्वारा उन लोगों के विरुद्ध कमिश्नर कार्यालय में तोड़ फोड़ करने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने के फर्जी मुकदमें में गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है जिसकी संयुक्त मोर्चा कड़ी निन्दा करते हुए तत्काल रिहाई की मांग करता है।

इस अवसर पर हरिशरण गौतम, प्रदीप विक्रान्त, रामचंद्र त्यागी, आर बी भास्कर, उदय चंद राज, सूरलाल बौद्ध, शिवशंकर प्रसाद, रामसुमेर प्रसाद, प्रमोद कुमार, दयानन्द भारती, प्रज्ञा रत्न आदि लोग उपस्थित रहे।