सिद्धार्थनगर। ” भारत और नेपाल के बीच सामजिक ,धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराना है। दोनो देशों के बीच रोटी और बेटी का रिश्ता भी है। विविधता में एकता दोनों देशों की एक खास पहचान रही है। “
यह विचार नेपाल के मंत्री में सुरेंद्र राज आर्य ने व्यक्त किया। आचार्य ” नेपाल और भारत के बीच सामाजिक एवं संस्कृतिक संबंध ” विषयक एक गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। गोष्ठी का आयोजन नेपाल भारत मिल्लत काउंसिल की तरफ से किया गया था।
इस मौके पर नेपाल के पूर्व विदेश मंत्रो व नेकपा एमाले के वरिष्ठ नेता प्रदीप गेवाली ने कहा कि यह कार्यक्रम भारत और नेपाल के संबंधों को मज़बूत करेगा और दोनों देशों के बीच पहले से मधुर संबंधों को और प्रगाढ़ता प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा। श्री गेवाली ने कहा कि भारत ने भूकंप त्रासदी में और अन्य अनेक मौकों पर नेपाल की मदद की है।दोनों देशों का संबंध अपसो विश्वास ,सहयोग और मानवीय मूल्यों पर आधारित है।
दक्षिण एशिया के जाने माने न्यूरो सर्जन व पी जी आई लखनऊ के न्यूरो विभाग के अध्यक्ष डा राज कुमार ने कहा हम किसी नए रिश्ते की बात नहीं कह रहे है यह रिश्ता तो बहुत प्राचीन काल से है । मर्यादा पुरुषोत्तम राम भारत के और माता सीता नेपाल की थी। ये हमारे धार्मिक संबंधो का प्रतीक है। के जी एम यू के प्रो कौसर उस्मान ने कहा कि दोनों देशों के बीच रोटी बेटी का रिश्ता तो है ही आर्थिक ,सामजिक व धार्मिक भी है उन्होंने कहा वॉलीवुड की बहुत सी फिल्मों की शूटिंग नेपाल में हुई है और बहुत से भारतीय अभिनेता नेपाल में लोक प्रिय भी रहे हैँ।
गोष्ठी को डा सुरेंद्र झा ,दिग्विजय मिश्रा ,डा सलीम ,मिर्ज़ा राशिद बेग,आदि ने भी सम्बोधित किया।मुस्लिम आयोग के सदस्य मिर्ज़ा अरशद बेग ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए भारत नेपाल के संबंधों को और भी मधुर बनाने की बात कहीं।उन्होने कहा कि ऐसे आयोजनों से आपसी सौहार्द बढ़ेगा।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मुस्लिम आयोग के अध्यक्ष शमीम मियां अंसारी ने कहा कि दोनो देशो के रिश्ते की डोर बहुत मज़बूत है। उन्होंने भारत और नेपाल के मधुर संबंधों का भी जिक्र किया।
इस मौके पर सांसद मंगल प्रसाद गुप्ता, सेराज अहमद फारुकी, पूर्व मंत्री ईश्वर दयाल मिश्रा,अब्दुल खान,विधायक अर्जुन के सी ,जानकी यादव, बलराम अधिकारी ,मेयर रजत प्रताप शाह,पूर्व मंत्री रीना नेपाल ,डुमरिया गंज की विधायक श्रीमती सय्यदा खातून , वरिष्ठ पत्रकार यशोदा श्रीवास्तव, बलराम त्रिपाठी, लेखक जीएच कादिर, डॉक्टर इम्तियाज सर्जन, मनीराम, अशोक अग्रहरी, लक्ष्मण भुसाल,पप्पु खान,साजिद खान आदि के अलावा बड़ी संख्या में दोनों देशों के विशिष्ट जन मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार सगीर ए ख़ाकसार ने किया।