कुशीनगर। भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के जिलाध्यक्ष व कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामचन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुशीनगर जिले में 2134 करोड़ की 483 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण में बंद चीनी मिलों को चलाने और गन्ना किसानों के लिए कोई योजना नहीं होने पर निराशा प्रकट करते हुए भाजपा पर किसानों को झूठा आश्वासन देने का आरोप लगाया है।
एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार दस वर्ष से झूठा आश्वासन देकर किसानों को झांसा देती आ रही है। किसानों को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सिर्फ लालीपाप दिया जा रहा है। कुशीनगर गन्ना बाहुल्य जनपद होने तथा चीनी के कटोरे के नाम से विख्यात है जो अब सिर्फ स्लोगन बन कर रह गया है। चीनी मिलों को औने पौने दामों में बेचकर किसानों की कमर तोड़ने में अबतक किसी भी सरकार ने कोई कोर कसर नही छोड़ा। मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ का दौरा हुआ जिसमें उन्होंने जनपद के लिये 2134 करोड़ की 483 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण किया मगर जिसलिए यह जनपद मशहूर है उस पर मुख्यमन्त्री का कोई फोकस दिखाई नही दिया।
किसान नेता ने कहा कि जनपद का किसान अपने गन्ने को लेकर दर-दर की ठोकरे खाने और अपने गन्ने को औने पौने दामों में बेचने के लिये मजबूर है। किसानों को गन्ने का भुगतान विगत दो वर्ष से बकाया है। इन दोनों प्रमुख विषयों पर मुख्यमन्त्री का नही बोलना या लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल सहित अन्य बन्द चीनी मिलों को चलाने की चर्चा नही करना दुखद है। यदि वाकई मुख्यमन्त्री किसानों के हित में सोचते तो सबसे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जो जनपद कुशीनगर की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलाने का वादा विगत दो वर्ष पूर्व किये थे उसको चलाने के लिये दिन और तारीख तय करते है और अपने खुद किये गये वादे “जर्जर से जर्जर बन्द चीनी मिल को चलाने” को भी निभाने का प्रयास करते मगर उन्होंने ऐसा नही किया। जनपद के कप्तानगंज क्षेत्र के किसान अपने गन्ने के भुगतान के लिये विगत दो वर्षों से आस लगाए हैं कि कब चीनी मिल भुगतान करेगा। गन्ने का भुगतान नही होने के वजह से किसानों की खेती गृहस्थी, बच्चों की पढ़ाई लिखाई, शादी ब्याह में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।