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दलित नेता श्रवण निराला के खिलाफ माइक्रोफाइनेंस के कर्ज माफ करने की अफवाह फैलाने का केस

गोरखपुर। पुलिस द्वारा कल अपरान्ह हिरासत में लिए गए अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला और संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा गौतम के खिलाफ महराजगंज के फरेंदा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन नेटवर्क (एमएफआईएन) के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट धीरज सोनी द्वारा दर्ज करायी गयी है। एफाआईआर में धोखाधड़ी, दस्तावेज की जालसाजी, अपराध के लिए उकसाने की धाराएं लगायी गयी हैं।

श्री निराला को 15 अक्टूबर को दोपहर बाद 4.30 बजे पुराने आरटीओ आफिस के सामने से एक सूमो में आए चार-पांच लोग पकड़ कर अपने साथ लेते गए थे। श्री निराला के परिजनों ने गिरफ़्तारी की आशंका जतायी थी। अभी तक पुलिस ने निराला की परिजनों को लिखित या मौखिक रूप से यह जानकारी नहीं दी है कि उन्हें किस आरोप में हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है। परिजनों को यह भी नहीं पता है कि श्री निराला को कहां रखा गया है। वे उनके बारे में पता करने की कोशिश कर रहे हैं।

दलित नेता श्रवण कुमार निराला की पत्नी रीमा देवी ने कल ही पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर कहा था कि चार-पाँच लोग उनके पति को पुराने आरटीओ आफिस के सामने पकड़ कर ले गए। उन्हें यह जानकारी नहीं है कि पति को पुलिस पकड़ कर ले गयी है या बदमाशों द्वारा उनको किडनैप किया गया है।

महराजगंज जनपद के फरेंदा थाने में माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन नेटवर्क (एमएफआईएन) के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट धीरज सोनी द्वारा दर्ज करायी एफआईआर में कहा गया है कि उनकी संस्था रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा अधिकृत माइको फाइनेंस व स्माल फाइनेंस की नियामक संस्था है। जनपद महराजगंज में कार्य कर रही माइक्रो फाइनेंस संस्थाओं ने बताया कि अम्बेडकर जन मोर्चा की राष्ट्रीय राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा गौतम, सहयोगी श्रवण कुमार निराला और उनके सदस्यों द्वारा महिला समूहों कहा जा रहा है कि लोन भरने की कोई आवश्यकता नहीं है। महिलाओं से 500-500 रूपये लेकर व फर्जी व कुटरचित तरीके से उनका अंगुठा निशानी लेकर फार्म भरवाकर उन्हें यह आशवासन दिया गया कि उन्हें अब लोन भरने की कोई आवश्यकता नहीं है। श्री सोनी की तहरीर पर पुलिस ने सीमा गौतम और श्रवण कुमार निराला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) ,338, 336 (3),  340 (2) और 56 के तहत केस दर्ज किया गया है।

दलित नेता श्रवण कुमार निराला पर दर्ज केस

उल्लेखनीय है कि माइक्रोफाइनेंस कम्पनियों से कर्ज लेने वाली सैकड़ों महिलाएं 13 और 14 अक्टूबर को गोरखनाथ मंदिर पहुंच गयी थी। उनका कहना था कि उन्हें बताया गया है कि उनके कर्ज माफ होने वाला है और इसके लिए वे अपना आवेदन देने यहां आयी हैं। गोरखनाथ मंदिर पहुंची महिलाओं में अधिकतर महराजगंज जिले की थीं। अधिकारियों ने महिलाओं को समझाबुझा कर वापस किया और बताया कि कर्ज माफ करने की बात अफवाह है।

इस घटना के बाद महराजगंज में जिला प्रशासन ने कई ब्लाकों में समूहों की महिलाओं के साथ बैठक की और उन्हें बताया कि वे अफवाह से सर्तक रहें। डीएम अनुनय झा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने 15 अक्टूबर को माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कहा कि ऋण वसूली का कार्य आरबीआई की गाइडलाइंस निर्देशों के अनुसार ही किया जाए और किसी भी दशा में ऋणी महिला और महिला समूह का उत्पीड़न न हो। ऐसा होने पर संबंधित के विरुद्ध कठोर विधिक कार्यवाही की जायेगी।

भाकपा माले ने निराला की गिरफ़्तारी की निंदा की 

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी -लेलिनवादी) की जिला सचिव राकेश सिंह ने दलित नेता श्रवण कुमार निराला की गिरफ्तारी का निन्दा की है। उन्होंने कहा कि दिन दहाड़े सादी वर्दी में सड़क से उठा लेना गिरफ़्तारी नहीं अपहरण है। पुलिस और प्रशासन खुद कानून की धज्जी उड़ा रहा है। एक संगठन के मुख्य संयोजक और लोकसभा चुनाव लड़ चुके दलित नेता की उत्पीड़नत्मक कार्रवाई भाजपा सरकार की सोच को दर्शाता है। श्रवण कुमार निराला की गिरफ़्तारी लोकतांत्रिक आंदोलन से जुड़े लोगों के दमन का प्रयास है।

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