कुशीनगर। जनपद के आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों में पहली फरवरी 2024 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है। कार्यक्रम में लगने वाले कर्मियों को प्रशिक्षित भी कर दिया गया है। कार्यक्रम में कुल करीब 19.64 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य है।
यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.सुरेश पटारिया ने बतायी। उन्होंने बताया कि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सामुदायिक जागरूकता जरूरी है। कार्यक्रम स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में मनाया जाएगा। एक से 19 साल के बच्चों और किशोर-किशोरियों को पेट से कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी। बच्चों को कृमि से मुक्ति दिलाने तथा कुपोषण और एनीमिया से बचाने के लिए दवा जरूर खिलाएं।
उन्होने बताया कि पहली फरवरी 2024 को 4543 स्कूलों और 4134 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। छूटे हुए बच्चों को दवा खिलाने के लिए 5 फरवरी को माॅपअप राउंड चलेगा। यह दवा शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने सामने खिलाएंगे और किसी भी स्थिति में परिजनों को दवा नहीं दी जाएगी । कृमि के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए यह दवा सबसे बेहतर उपाय है। जिन बच्चों के पेट में पहले से कृमि होते हैं उन्हें कई बार कुछ हल्के प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं लेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए और आशा या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मदद से चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। दवा खाली पेट नहीं खानी है।
दवा खाने के फायदे
•स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार
•रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
•एनीमिया नियंत्रण
•समुदाय में कृमि संक्रमण की व्यापकता में कमी
•सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार
ऐसे भी होता है कृमि से बचाव
•साफ और छोटा नाखून
•साफ पानी का सेवन
•आस-पास साफ-सफाई
•ढ़के हुए खाने का इस्तेमाल
•जूते पहनना
•खुले में शौच न करना
•खाने के पहले और शौच जाने के बाद हाथ अवश्य धुलें
•साफ पानी से फल और सब्जियां धोकर इस्तेमाल करें