कृषि कानूनों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वापस लेने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया

देवरिया। अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर वर्तमान में डब्ल्यूटीओ, विश्व व्यापार संगठन जैसे साम्राज्यवादी संस्थाओं की गुलाम बनाने वाली नीतियों से पूरी तरह आजादी के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों के लोगों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को पत्रक सौंपा । पत्रक में देशी-विदेशी व्यवसायिक घरानों के दबाव में पारित घोर जन विरोधी नीतियों को वापस लेने की मांग की गई है।

9 अगस्त अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के ऐतिहासिक दिवस पर राष्ट्रपति का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पत्रक में कहा गया है कि आज फिर अंग्रेजी राज के तरह की नीतियां भारत सरकार द्वारा लागू की जा रही हैं। किसानों मजदूरों छात्रों नौजवानों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है ।थोड़े से अमीर लोगों के लिए देश को संचालित किया जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि देश को कारपोरेट परस्त नीतियों से आजाद करते हुए उसकी संप्रभुता की रक्षा की जाए ।इसके लिए तत्काल कदम उठाए जाने की मांग की गई है।

पत्रक में 6 सूत्री मांग के माध्यम से मांग की गई है कि देशवासियों और किसान आंदोलन के प्रति संवेदनशील रवैया अख्तियार करते हुए कृषि कानूनों को तत्काल वापस लिया जाए। बिजली बिल अधिनियम 2020 रद्द किया जाए एवं खेती को आवारा पशु से बचाने के लिए प्रभावी उपाय किए जाएं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 20-20 देश के लिए शिक्षा से बेदखली का घोषणा पत्र है। इसे भी तत्काल वापस लिया जाए और समान, मुफ्त तथा पड़ोसी स्कूल की पूरी तरह सरकारी वित्त पोषित व्यवस्था लागू की जाए।

मजदूर विरोधी चार श्रम कोड को रद किया जाए।यूएपीए जैसे दमनकारी कानूनों को रेड किया जाए तथा गिरफ्तार राजनीतिक लोगों को तत्काल रिहा किया जाए।
9 अगस्त आदिवासी दिवस पर खनिज संपदा की लूट पर रोक लगाई जाए एवं आदिवासियों के दमन उत्पीड़न को बंद करने का निर्णय लिया जाए। विश्व व्यापार संगठन डब्ल्यूटीओ जैसी गैर बराबरी के अनुबंधों को पूरी तरह अस्वीकार किया जाए और देश के लोकतांत्रिक संस्थाओं की गरिमा को बहाल करते हुए उनके निर्णय से देश को संचालित किया जाए।

भारतीय किसान यूनियन के सदस्य सुभाष चौक पर इकट्ठे होकर जिला अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप शाही के नेतृत्व में किसान आंदोलन जिंदाबाद, कारपोरेट राज मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। कलेक्ट्रेट परिसर में अखिल भारतीय किसान महासभा के कामरेड राम किशोर वर्मा , एकटू की नीलम सिंह, समान शिक्षा आंदोलन, उत्तर प्रदेश के नेता डॉ चतुरानन ओझा, सुमन जिला सचिव एपवा, विकास मणि त्रिपाठी, चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के बृजेंद्र मणि त्रिपाठी ,वेद प्रकाश, कृष्ण बिहारी दुबे, जिला उपाध्यक्ष भाकियू बड़े शाही, देवनाथ यादव, प्रेमलता पांडे एडवोकेट, मिथिलेश कुमार, राजेश मणि त्रिपाठी ,अरविंद कुमार उपाध्याय के साथ प्रदर्शन किया और कारपोरेट राज के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन में नारे लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां उपजिलाधिकारी देवरिया को पत्रक सौंपा।