Tag : उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान

समाचार

“ केदारनाथ सिंह अपनी कविताओं में बुद्ध से संवाद करते हैं “

कुशीनगर। “ केदारनाथ सिंह वर्तमान के प्रति प्रतिबद्ध हैं, वे आंख मूंदकर बुद्ध का संदेश नहीं ग्रहण करते, वे बुद्ध से प्रश्न और संवाद करते...
साहित्य - संस्कृति

जनपदीय संस्कृति एक जीवित , जागृत एवं जन हितैषी पर्यावरणीय संस्कृति है – प्रो अवधेश प्रधान

पडरौना। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ और प्रेमचंद साहित्य संस्थान के संयुक्त का तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन सात अक्टूबर...
साहित्य - संस्कृति

उस्ताद कवि थे केदारनाथ सिंह -उदय प्रकाश

रामकोला (कुशीनगर)। ज्ञानपीठ सहित अनेक राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित हिन्दी के महत्वपूर्ण कवि केदारनाथ सिंह की स्मृति में प्रेमचंद साहित्य संस्थान और उत्तर...